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तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने कहा-भारतीय टीम को T20 विश्व कप जिता सकता हूं मैं…

मुंबई, India vs New Zealand: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली एक मीडियम पेसर पर काफी भरोसा जताते हैं, क्योंकि ये खिलाड़ी टीम को गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी का भी विकल्प देता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड में काफी रन लुटाने वाले मध्यम गति के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की। शार्दुल ठाकुर ने सोमवार को आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि वह अपनी गलतियों से सीखेंगे और जुनून के साथ भारत को टी-20 विश्व कप का चैंपियन बनाने के लिए मेहनत करेंगे। हालांकि, अभी टी20 वर्ल्ड कप में काफी समय है, लेकिन वे फाइनल फिफ्टीन में जगह बनाने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं।

शार्दुल न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल में खत्म हुई वनडे सीरीज में काफी महंगे साबित हुए और खराब गेंदबाजी के लिए उनकी काफी आलोचना भी हुई। उनका ध्यान अब ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप पर है। उन्होंने यहां कहा कि जाहिर है मेरा ध्यान विश्व कप पर है। मैं जिस सकारात्मकता से मुकाबले में जाता हूं और जो मेरा आत्मविश्वास एवं जुनून है उससे मैं टीम को विश्व चैंपियन बनाने में या अच्छे प्रदर्शन में मदद कर सकता हूं।

शार्दुल आइपीएल में हासिल करेंगे लय

अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 15 मैचों में 21 विकेट लेने वाले शार्दुल की कोशिश मार्च के आखिरी में शुरू हो रहे आइपीएल से लय हासिल करने पर है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से, आइपीएल महत्वपूर्ण है और आइपीएल से हमें जो लय मिलेगी वह महत्वपूर्ण होगी। श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज है और हम आइपीएल के बाद जिंबाब्वे जा रहे हैं। टी-20 विश्व कप से पहले हम एशिया कप में भी खेलेंगे।

चेन्नई सुपर किंग्स के इस खिलाड़ी ने कहा कि इसलिए आइपीएल से हमें जो लय मिलेगी वह महत्वपूर्ण होगी और उसे आगे जारी रखना होगा। न्यूजीलैंड दौरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह इसे एक सीखने के अनुभव की तरह देखते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी गलतियों का अध्ययन करूंगा और उससे सीखने के अनुभव के रूप में लूंगा। यह मेरा न्यूजीलैंड का पहला दौरा था और अन्य खिलाड़ियों की तुलना में मैंने भारत के लिए ज्यादा नहीं खेला है। गेंद के साथ शार्दुल ने बल्ले से भी भारत को मैच जिताया है।

इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह स्कूल और कॉलेज के लिए भी बल्ले से जरूरी योगदान दे चुके है। उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा लगता है कि मैं बल्लेबाजी कर सकता हूं और टीम में उपयोगी योगदान दे सकता हूं। जब भी मैंने स्कूल, कॉलेज या घरेलू टीम लिए खेला है मेरी भूमिका नहीं बदली। अब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा हूं। यहां भी मेरी भूमिका यही रहेगी। मैं जब भी बल्लेबाजी के लिए उतरता हूं , मेरी कोशिश परिस्थितियों के मुताबिक खेलने की होती है।

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