उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में चोरी और नशाखोरी का आरोप लगाकर गांव के उपप्रधान सहित कुछ दबंगों ने कड़ाके की ठंड में 11-12 साल के बच्चे को अर्द्धनग्न कर जूते-चप्पलों से सरेआम पीट दिया।
इसके बाद दबंगों ने ढाई मिनट की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। घटना के तीन दिन बाद बच्चे के पिता की तहरीर पर पुलिस ने उपप्रधान सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
टैगोर नगर निवासी ग्रामीण के 12 साल के बेटे ने इस साल राजकीय इंटर कालेज में कक्षा सातवीं में प्रवेश लिया था। पढ़ाई में मन न लगने पर स्कूल जाना छोड़ वह पिता के साथ कामकाज में हाथ बंटाने लगा। पुलिस को दी तहरीर में उसके पिता ने आरोप लगाया कि दो जनवरी की देर शाम गांव के उपप्रधान आनंद सरकार, ग्रामीण बबलू, निरंजन हीरा, विभूति गाईन, शुभम मांझी और दीपांकर गोलदार ने चोरी और नशाखोरी का आरोप लगाते हुए उसे पकड़ लिया।
कड़ाके की ठंड में बालक को अर्द्धनग्न कर जूते- चप्पलों से जमकर पीटा और मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। चौकी प्रभारी आरसी तिवारी ने कहा सभी छह आरोपियों को नामजद करते हुए उनके खिलाफ धारा 147, 323, 504 व 506 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच की जा रही है।
चोरी और नशाखोरी का आरोप लगाकर बालक को पीटने वालों ने इंसानियत का शर्मसार कर दिया। वीडियो में बालक चीखता-चिल्लाता और छोड़ने की गुहार लगाता दिख रहा है लेकिन दबंगों को तरस नहीं आया। दो पीटते रहे और बाकी वीडियो बनाते रहे।
सोशल मीडिया पर बालक को बुरी तरह पीटने का वीडियो देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सदानंद दाते भी चकित रह गए। उन्होंने कहा कि यह घटना अमानवीय है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उपप्रधान सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले को रफा-दफा करने के प्रयास तेज हो गए हैं। आनन-फानन में टैगोर नगर में पंचायत बुलाई गई। इसमें गांव के प्रबुद्धजनों के अलावा उपप्रधान सहित छह आरोपी एवं बालक के परिजन भी शामिल हुए। पंचायत में आरोपियों द्वारा घटना के लिए खेद व्यक्त करने एवं प्रबुद्धजनों के समझाने के बाद उसके पिता ने आगे की कार्रवाई न करने की बात कही है। इसके लिए बकायदा समझौतानामा भी तैयार किया गया है। चौकी प्रभारी आरसी तिवारी ने कहा कि न्यायालय में ही राजीनामा संभव होगा।