दबा खजाना पाने के लिए दी दोस्त की बलि
बुलन्दशहर: 16 वर्षीय जुनैद के अपहरण व उसकी हत्या की गुत्थी पुलिस ने आखिकर कार सुलझा ही दी। इस अपहरण व हत्या के पीछे एक अनोखा मामला सामने आया है। वह है जमीन में दबे खजाने की तलाश। चिरागुदीन पुत्र मा नियाजु नि मौहल्ला फर्रासान का 16 वर्षीय लड़का जुनैद घर से लापता था। जिसको काफी तलाश किया गया परन्तु नहीं मिल सका। इसकी पुलिस को सूचना गुमशुदगी की दे दी गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर मुनिराज द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक नगर डा. प्रवीन रंजन सिंह के कुशल निर्देशन में प्रनि कोतवाली नगर राकेश कुमार शर्मा को गुमशुदा जुनैद की तलाश कर सकुशल बरामदगी हेतु निर्देश दिए गये थे। प्रनि कोतवाली नगर द्वारा अथक् परिश्रम कर की गयी जांच/कार्यवाही से प्रकाश मे आये उसके दो दोस्तो शादाब पुत्र स्व0 शहीद निवासी मौफर्रासान थाना कोतवाली नगर जनपद बुलन्दशहर व मौजैद पुत्र जहुर निवासी उपरोक्त को हिरासत में लेकर सख्ती से जुनैद के बारे मे पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि उन्होंने जुनैद को अलीगढ़ ले जाकर उसकी हत्या कर दी है और उसके शव को थाना खैर क्षेत्र नहर किनारे झाडि़यांे में छिपा दिया है। अभियुक्तो की निशानदेही पर मृतक जुनैद के शव को जीर्ण अवस्था में थाना खैर क्षेत्र झाडि़यो से बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एटर्नो स्कूटर, 02 छुरे (हत्या मे प्रयुक्त) बरामद कर लिए है।
हत्या का कारणः अभियुक्तो द्वारा अपने जुर्म इकबाल करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले एक मौलवी द्वारा बताया गया कि उनके घर मे एक गड्ढा है जिसमे करोडो का खजाना है यदि तुम किसी व्यक्ति की बलि दे दोगे, तो वह खजाना उन्हें मिल जायेगा और आपके कारोबार मे वृद्धि होगी। इसी बात को लेकर अभियुक्त जैद ने अपने भाई मौजाहिद, मौ राशिद, आबिद व अपने साथी शादाब के साथ मिलकर अपने मौहल्ले के ही दोस्त जुनैद की बलि देने की योजना बनायी। योजना के तहत उसको जैद व शादाब द्वारा जुनैद को शादाब की रिश्तेदारी मे घूमने के बहाने चौक बाजार मे बुलाया और उसको अपने एटर्नो स्कूटर पर बीच मे बैठाकर खैर(अलीगढ) ले गये तथा इग्लास जाने वाले रोड पर नहर किनारे ले जाकर जैद व शादाब ने मिलकर धारदार हथियार छुरा से जुनैद की हत्या कर शव को वहीं नहर किनारे झाडि़यो मे छिपा दिया था। अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दो छुरे बरामद किये गये हैं। इनको गिरफ्तार करने वालों में थाना कोतवाली प्रभारी आरके शर्मा, देवेन्द्र सिंह, भगवती प्रसाद व रवि कुमार आदि शामिल रहे।
कौन है यह मौलवी: पुलिस द्वारा सारी कहानी बताई गई। लेकिन यह नहीं बताया गया कि यह मौलवी कौन हैकहां रहता है। क्योंकि बली देने केबाद वही तो तरीका बताता इनको। दूसरे खुदाई भी वहींकराता। पूर्व में भी बुलन्दशहर में लोगों के मकानों के नए-नए फर्श खजाने की तलाश में ऐसे ही लोगों द्वारा तुड़वा दिए गए थे। साथ ही लोगों से हजारों व लाखों की ठगी की थी। इसलिए ऐसे शातिर मौलवी का सामने आना भी जरूरी है। जिससे की कोई और न ठगा जा सके। न ही किसी और निर्दोश की जान जा सके।