दयाशंकर जेल से रिहा, बेल के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगी BSP
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में जेल में बंद भारतीय जनता पार्टी से निकाले गये दयाशंकर सिंह को रविवार सुबह आठ बजे मऊ जिला जेल से रिहा कर दिया गया है। दयाशंकर सिंह को जमानत शनिवार को ही मिल गई थी। उन्हें जमानत मिलते ही बसपा नेताओं ने ऐलान कर दिया कि इस फैसले के खिलाफ वो हाईकोर्ट में अपील करेंगे।
जेल से रिहा होने पर दयाशंकर सिंह ने कहा कि लखनऊ जाकर अपनी बीमार मां, पत्नी और बेटी से मिलेंगे। उसके बाद ही मीडिया से बात करूंगा। बसपा द्वारा उनके जमानत को उच्च न्यायालय में चुनौती देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं।
गौरतलब हो कि गत 19 जुलाई को मऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह ने बसपा अध्यक्ष एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। उसके बाद 20 जुलाई को राज्यसभा में बसपा अध्यक्ष मायावती द्वारा टिप्पणी पर कड़ा एतराज जताया गया था। टिप्पणी के बाद भाजपा ने गंभीर रूप अपनाते हुए दयाशंकर को पार्टी से निकाल दिया था। उसके बाद 21 जुलाई को लखनऊ में दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बसपा ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद बसपा ने दयाशंकर सिंह के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद दयाशंकर सिंह भूमिगत हो गया और 30 जुलाई को बिहार पुलिस और प्रदेश की एसटीएफ ने उसे बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ दयाशंकर को ट्रांजिट रिमाण्ड पर लेकर मऊ लेकर आई थी। उसके बाद लखनऊ से मुकदमा मऊ स्थानांतरित हो जाने पर उसे अदालत में पेश किया गया था। स्थानीय अदालत ने उसे जेल भेज दिया था। दयाशंकर ङ्क्षसह को 50-50 हजार रुपए के दो मुचलके भरने पर कल अदालत से जमानत मिली थी। दयाशंकर सिंह को आज सुबह आठ बजे जिला जेल से रिहा किया गया।