उत्तर प्रदेश

‘दरवाजा खटखटाओ, दिमागी बुखार भगाओ’ जागरुकता अभियान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में लगभग महामारी का रुप ले चुकी दिमागी बुखार पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने ‘दरवाजा खटखटाओ, दिमागी बुखार घर-घर से भगाओ’ जागरुकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर और उसके आसपास के इलाकों में दिमागी बुखार (जेई,एईएस) से सत्तर के दशक से अब तक एक लाख से अधिक बच्चों की जान जा चुकी है। बारिश में यह बीमारी कहर बनकर आती है और प्रतिवर्ष हजारों बच्चों की जान ले लेती है। उन्होंने बताया कि इसके लिए केंद्र सरकार ने पूर्वांचल में एम्स की स्थापना का निर्णय लेकर एक बड़ कदम उठाया है।

गोरखपुर में एम्स की स्थापना के सम्बंध में राज्य तथा केंद्र सरकार के मध्य गत 13 जुलाई को एक अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए हैं। इससे पूर्वांचल में जापानी इन्सेफेलाइटिस एवं एक्यूट इन्सेफेलाइटिस से निजात पाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने बताया कि एईएस, जेई प्रभावित 38 जिलों में विशेष कैम्प लगाकर 92 लाख बच्चों का प्रतिरोधक टीकाकरण अभियान भी चलाया गया। इसके साथ ही अन्य उपाय भी किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश-दिमागी बुखार अभियान दो अन्तिम लखनऊ सूत्रों ने बताया कि राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए डा। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में एमबीबीएस की 150 सीटों की मान्यता मेडिकल काउंसिल आफ इण्डिया(एमसीआई) ने दी है।

वर्तमान शैक्षिणक सत्र में उन सीटों पर काउंसिलिंग के माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया जायेगा। वर्ष 2017 में एमसीआई ने प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कालेजों एवं विश्वविद्यालयों में 133 पीजी सीटों की अनुमति दे दी है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए शैक्षणिक सत्र 2017-18 में राजकीय मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 1673 सीटें तथा निजी क्षेत्र के मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 2550 सीटों पर आवंटन/प्रवेश की प्रक्रिया आनलाइन पंजीकरण कराया गया। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2017-18 में किंग जार्ज चिकित्सा विश्विविद्यालय (केजीएमयू) की बीडीएस पाठ्यक्रम की सभी 51 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया सम्पन्न कर ली गयी है जबकि निजी क्षेत्र के डेन्टल कालेजों में वर्तमान में 200 सीटों के सापेक्ष 1548 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो गयी है।

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