दर्जनों डेरा प्रेमी भागने में सफल
लुधियाना- बठिंडा : डेरा प्रमुख की गिरफ्तार के बाद गुस्साए डेरा प्रेमी लगातार सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचाने की साजिश बना रहे हैं। जिसके चलते गत दिवस दो दर्जन से ज्यादा डेरा प्रेमी जॉगर्स पार्क में बैठ कर वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। उक्त सूचना के आधार पर सीआइए-1 टीम ने मौके पर रेड करके तीन डेरा प्रेमियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 22 अन्य फरार होने में सफल हो गए। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से दस लीटर पेट्रोल, दस बोतलें तथा दो किलो मिर्ची पाउडर बरामद किया गया।
उन्हें रविवार अदालत में पेश करके रिमांड हासिल कर कड़ी पूछताछ की जा ही है। इंस्पेक्टर राजिंदर कुमार ने बताया कि गत दिवस दोपहर तीन बजे उन्हें सूचना मिली कि बठिंडा निवासी गुरदेव सिंह, रणजीत सिंह, जसवंत सिंह, गुरमेल सिंह, खेतीबाड़ी इंस्पेक्टर समरजीत सिंह, हरमिंदर सिंह, कृपाल सिंह, गांव जिओण सिंह वाला निवासी प्यारा सिंह, गांव बांडी निवासी बलजिंदर सिंह, गांव पका कलां निवासी शिंदरपाल सिंह, गोनियाना मंडी निवासी गुरसेवक सिंह, गांव किली निहाल सिंह वाला निवासी संतोख सिंह, कोटकपूरा निवासी महिंदर पाल, मुक्तसर निवासी रवि कुमार अरोड़ा, जतिंदर महाशा, गांव याला कलां निवासी मेजर सिंह, पटियाला निवासी हरविंदर, नूरमहल निवासी देसराज, पका कला निवासी सतपाल, भाई रूपा निवासी हरजीवन सिंह, गांव कैले बांदर निवासी जसकरण सिंह, रामा मंडी निवासी चेत सिंह, गांव तिओणा निवासी गुरमेल सिंह, गांव जिओण सिंह वाला निवासी हरजिदर सिंह तथा कोट भारा निवासी कुलवंत सिंह वहां बैठ कर गुप्त मीटिंग कर रहे हैं। सूचना के आधार पर जब रेड की गई तो पुलिस को देख सभी लोग भाग खड़े हुए । मगर उनमें से रंजीत सिंह, जसवंत सिंह तथा बलजिंदर सिंह को गिरफतार लिया गया।
आपरेशन का रखा था कोड टमाटर तोड़ दिओ
राजिंदर कुमार के अनुसार अब तक की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए उन लोगों ने एक कोड वर्ड रखा हुआ था। फोन पर बात करते हुए उन्हें जब भी वारदात करने के लिए किसी को हरी झंडी देनी होती, तो वो कहते थे कि टमाटर तोड़ दिओ। यह कोड इस लिए भी रखा गया था कि यदि पुलिस उनके फोन टैप भी कर रही हो तो उसे उनकी योजना का पता न चल सके। मलोट रोड स्थित शाह सतनाम डेरे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डेरे के अंदर जाने की किसी को इजाजत नहीं दी जा रही। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की देखरेख में पुलिस व पैरा मिलिट्री फोर्स की टीम दिन रात डेरे के बाहर तैनात है। डेरे के बाहर पैरा मिलिट्री फोर्स के 14 तथा पंजाब पुलिस के 5 जवान 3-3 घंटों की शिफट में निगरानी कर रहे हैं। किसी भी डेरा प्रेमी को अंदर जाने की इजाजत नहीं है। डेरे के अंदर केवल दो सेवादार मौजूद हैं। जो डेरे की देखरेख व साफ सफाई का ध्यान रख रहे हैं।