लखनऊ : दलितों की बदहाली धर्म परिवर्तन से नहीं, वरन आर्थिक सशक्तिकरण से दूर होगी। उक्त विचार डॉ. भीमराव आम्बेडकर महासभा स्थित बुद्ध विहार में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के चेयरमैन व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने व्यक्त किए हैं। डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने आगे कहा है कि केंद्र सरकार की स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत प्रत्येक जनपद में दलित उद्यमी दिखाई देंगे। डॉ. निर्मल ने कहा कि दलितों को व्यवसाय से जुड़ना होगा, तभी समग्रता में परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा कि देश में नौकरियों की संख्या मात्र 2 करोड़ के आसपास है, जिसके सापेक्ष आरक्षण के 44 लाख पद बनते हैं। अतः मात्र सेवायोजन से दलितों की स्थिति में बदलाव संभव नहीं है, क्योंकि दलितों की आबादी 25 करोड़ तक पहुंच गई है। डॉ. निर्मल ने आगे कहा है कि तथागत बुद्ध के अहिंसा और समानता के संदेश से पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है और युद्ध से बचा जा सकता है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बीना मौर्या, डॉ. सत्या दोहरे, अमरनाथ प्रजापति, अशोक प्रजापति, सर्वेश पाटिल, वीरेंद्र विक्रम सुमन, डॉ. आरपी दोहरे, रामचंद्र पटेल आदि लोग भी उपस्थित रहे। डॉ. आम्बेडकर महासभा स्थित बुद्ध विहार में त्रिशरण पंचशील के बाद परंपरा के अनुसार खीर बांटी गई।