कार्रवाई का बुरा लगा तो मुनकाद अली छोड़ दें पार्टी : मायावती
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्य सभा के सांसद मुनकाद अली के बेटे को पार्टी से बाहर कर दिया है। और सांसद मुनकाद को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्रवाई का बुरा लगा तो वह भी पार्टी से अलग होने के लिए स्वतंत्र हैं। यह सब दो दिन पहले हुए बवाल की बाद हुआ किठौर कस्बे में सलमान और मतलूब गौड़ पक्ष के बीच हुई मारपीट हुई थी। बुधवार को मेरठ बीएसपी सांसद के बेटों और पूर्व चैयरमैन समर्थकों में विवाद हो गया था। इस दौरान बेटों में थाने में पुलिस के सामने भी दबंगई दिखाई थी। बवाल के दौरान लाठी-डंडे चले और फायरिंग भी की गई थी। बीएसपी ने इसे पार्टी के खिलाफ आचरण मानकर कार्रवाई की है। आरोप है कि कस्बे में एक दलित डॉक्टर और उसके परिवार के साथ भी मुनकाद पक्ष के लोगों ने मारपीट की थी।
घटना के बाद कस्बे में तनाव बना है। पुलिस की मौजूदगी में बाजार खोले गए। इस दौरान डॉ. वीर सिंह ने अपने घर पर बैनर लगा दिया, जिस पर लिखा है कि मुनकाद और उसके बेटे सलमान की दबंगई से परेशान होकर दलितों का पलायन। मतलूब गौड़ पक्ष की ओर से मुनकाद पक्ष के 17 लोगों के नाम बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जबकि मुनकाद पक्ष ने 15 लोगों के नाम बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी देहात राजेश कुमार के मुताबिक, ”इस पूरे मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। राज्यसभा सांसद मुनकाद के बेटे की पत्नी, हाल में बीएसपी के टिकट पर मेरठ में किठौर नगर पंचायत की अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। उनके बेटों पर दुकान को कब्जा करने व दलित की दुकान में तोडफ़ोड़ में शामिल होने का आरोप है।