देव मालियों ने कालसी थाना पहुंच कर मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। तहरीर में देव मालियों ने कहा कि दशहरा पर्व के मौके पर बृहस्पतिवार को वे लक्सियार स्थित महासू मंदिर गए थे।
देवमाली बबली पुत्री खेंतू निवासी कैनोटा का कहना है कि उस पर देवी अवतरित होती हैं जबकि दिनेश पुत्र शांति प्रकाश निवासी कैनोटा पर शिव अवरित होते हैं। इसी तरह ताराचंद पुत्र फागुनिया निवासी सिंगोटा पर हनुमान आते हैं। तीनों दलित वर्ग से संबंध रखते हैं।
विरोध में लोगों ने जन आंदोलन संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक जबर सिंह की अगुवाई में कालसी थाने में जमकर हंगामा किया और दो लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी।
थानाध्यक्ष हरिओम राज चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ितों के बयान दर्ज किए गए हैं।
विवाद बढ़ने पर जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। मंदिर में प्रवेश नहीं करने देने पर दलितों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। मामला तूल पकड़ने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर उच्चाधिकारियों ने गबेला पहुंच कर दलितों को दर्शन कराए थे। इस दौरान वहां भारी पुलिस बल तैनात था।