शाहजहांपुर। ससुराल वालों के उत्पीड़न से तंग आकर एक महीने से मायके में रह रही एक विवाहिता ने बीती शाम पति से फोन पर बात होने के बाद जहर खाकर खुदकुशी कर ली। विवाहिता की मौत के बाद मायके वाले शव को ससुराल में डाल गए। इससे हड़कंप मच गया। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवा दिया है। थाना रामचंद्र मिशन अंतर्गत नई बस्ती रेती निवासी ओमकार नाथ शुक्ला रिटायर्ड शिक्षक है तथा करीब 72 साल की अवस्था है। उन्होंने अपनी बेटी प्रेमलता उर्फ मोना (32) की शादी करीब 10 साल पहले थाना रोजा अंतर्गत रेलवे कालोनी निरवासी पवन बाजपेई के साथ की थी। पवन कोई काम धंधा नहीं करता है। ओमकार नाथ शुक्ला का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले आए दिन कुछ न कुछ डिमांड करते रहते थे। मांग पूरी न किए जाने पर वह लोग उनकी बेटी को प्रताड़ित करते और खाने को रूखी रोटी देते थे। ओमकार नाथ शुक्ला ने पुलिस को बताया कि कुछ समय से पवन बाजपेई एक लाख रुपया व नौकरी लगवाने के लिए पैसा मांग रहा था। इंकार कर देने के कारण वह प्रेमलता को प्रताड़ित करने लगा और 12 जून को उसे मारपीट की घर से निकाल दिया। तब से वह मायके में थी। बीते दिवस पवन ने प्रेमलता को फोन किया। पवन ने जाने ऐसा क्या कहा कि वह काफी देर तक रोती रही। शाम को उसने जहर खाकर जान दे दी। प्रेमलता की मौत के बाद मायके वाले शव को ससुराल छोड़ आए और रोजा पुलिस को इसकी सूचना दी। चूंकि प्रेमलता की मौत मायके में हुई थी, इसलिए रोजा पुलिस ने थाना रामचंद्र मिशन जाने की बात कहकर टरका दिया।
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