दाती महाराज पर रेप का मुकदमा दर्ज, उच्च न्यायालय ने मामला सीबीआई को सौंपा
नई दिल्ली : दिल्ली हाईकोर्ट ने शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज के खिलाफ रेप मामले में आज बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस मामले को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से छीनकर सीबीआई को सौंप दिया है। इसके साथ ही उन पर रेप का केस भी दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि एक अक्टूबर को दाती महाराज रेप केस में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें दाती और उसके तीन सौतेले भाइयों का नाम चार्जशीट के कॉलम नंबर 11 में आरोपी के तौर पर है, लेकिन क्राइम ब्रांच को दाती महाराज को गिरफ्तार करने के पर्याप्त सबूत नहीं मिले थे। इसके बाद बुधवार को सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले को दिल्ली क्राइम ब्रांच से छीनकर सीबीआई को सौंप दिया। इसके अलावा कोर्ट ने दाती महाराज के खिलाफ रेप केस दर्ज करने के भी आदेश जारी कर दिए है। इसके बाद अब दिल्ली पुलिस उनके खिलाफ रेप का केस दर्ज करेगी। हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 30 अक्टूबर की तारीख तय की है। गौरतलब है कि इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आपनी चार्जशीट में कहा था कि पीड़िता ने पाली आश्रम में जिन तीन तारीखों पर उसके साथ रेप होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसमें से एक तारीख को लड़की पाली में मौजूद ही नहीं थी। लड़की उस समय अजमेर में अपने कॉलेज में मौजूद थी, जिसके सबूत कॉलेज में पीड़िता की हाजिरी से पता लगे हैं। पीड़िता ने कहा कि दाती महाराज की रात्रि सेवा के लिए लड़कियां जाती थीं और उन लड़कियों का पहले ब्रेनवाश किया जाता था। बताया कि पहले वह अनुमान नहीं लगा पायी थी कि अंदर लड़कियों के साथ क्या होता है? पीड़िता ने कहा कि जब उसे रात्रि सेवा के लिए दाती महाराज के पास भेजा गया तब पता चला कि लड़कियों के साथ कुकर्म और दुष्कर्म होते थे। पीड़िता ने बताया कि वह सच्चाई जानकर सदमे में आ गई। उसने आश्रम के संचालक पर आरोप लगाया कि वह ब्रेनवॉश कर लड़कियों को दाती महाराज के पास भेजता था। उसके साथ भी ऐसा ही किया गया था और वह दाती महाराज को सजा दिलाकर दम लेगी। पीड़िता ने बताया कि दाती महाराज के डर की वजह से अन्य लड़कियां सामने नहीं आ रहीं।