नई दिल्ली: टैक्सी ड्राइवर ने दिल्ली में एक लड़की को टैक्सी में जबरन 2 घंटे तक सड़कों पर घुमाया, उसके साथ न सिर्फ छेड़खानी और मारपीट की बल्कि रेप करने और जान से मारने की धमकी भी दी। लड़की ने पुलिस की मदद लेनी चाही, तो उसने उसे अनदेखा कर दिया।
वसंत कुंज के बजाय मयूर विहार ले गया टैक्सी
बताया जाता है कि इंडियन सुपर लीग में काम करने वाली 21 साल की इस लड़की ने अपनी 3 सहेलियों के साथ 3 नवंबर की रात में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से अपने घर वसंत कुंज के लिए एक टैक्सी ली। तय हुआ कि टैक्सी पहले लाजपत नगर में 2 लड़कियों को छोड़ेगी, फिर वसंत कुंज जाएगी और उसके बाद मयूर विहार जाएगी। ड्राइवर लाजपत नगर के बाद टैक्सी को सीधे मयूर विहार ले गया।
रेप करने की धमकी, सड़क पर खड़े पुलिस कर्मी बने रहे अनजान
लड़की ने कार से ही पुलिस को फोन किया। आरोप है कि मयूर विहार से निकलने के बाद शराब के नशे में चूर ड्राइवर ने लड़की को कार में लॉक कर दिया। लड़की ने एक बार फिर 100 नंबर पर फोन किया और अपने परिवार को भी घटना की जानकारी दे दी। इस बीच ड्राइवर लड़की को चाणक्यपुरी ले गया। वह रास्ते में लड़की को रेप करने और उसे जान से मारने की धमकी देता रहा। चाणक्यपुरी इलाके में लड़की को दो जगह पुलिस वाले दिखे और उसने मदद की गुहार भी लगाई, लेकिन उन्होंने उसे नज़रअंदाज कर दिया।
टैक्सी मालिक ने भी की छेड़खानी और मारपीट
पीड़ित लड़की के मुताबिक रात करीब 12 बजे टैक्सी सुनसान पड़े त्यागराज स्टेडियम पहुंची। वहां टैक्सी का मालिक और एक और शख्स पहले से ही खड़ा था। तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट और छेड़खानी की। इस बीच लड़की के परिजन वहां पहुंच गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर टैक्सी ड्राइवर सुनील सिंह और मालिक हरजोत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच भी हो रही है।