एजेंसी/ नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो के चौथे चरण को मंजूरी मिलने के साथ ही आने वाले वर्षों में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी। चौथा चरण पूरा होने के बाद दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क लंदन मेट्रो से भी बड़ा हो जाएगा। लंदन में मेट्रो का कुल नेटवर्क 414 किलोमीटर है। दिल्ली में चौथे चरण के पूरा होने पर मेट्रो का नेटवर्क 450 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर जाएगा।
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का निर्माण कार्य अगले वर्ष जनवरी से शुरू होगा, जिसे वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एक अनुमान के अनुसार मेट्रो के चौथे चरण पूरा होने के बाद करीब एक करोड़ लोग मेट्रो से आवाजाही करेंगे। दिल्ली के बाहर विस्तार होगाइस प्रोजेक्ट से दिल्ली के बाहरी इलाकों में भी मेट्रो सेवा का विस्तार होगा। मेट्रो के चौथे चरण में छह कॉरिडोर तैयार किए जाएंगे। फिलहाल दिल्ली एनसीआर में मेट्रो के तीसरे चरण के तहत निर्माण कार्य चल रहा है जो इस साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद चौथे चरण का काम शुरू होगा।
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि चौथे चरण का मेट्रो कार्य पूरा होने के बाद दिल्ली के सभी हिस्सों में नेटवर्क पहुंच जाएगा। मेट्रो के तीसरे चरण में राजधानी के घनी आबादी वाले इलाकों को जोड़ा जा रहा है, वहीं चौथे चरण में दिल्ली के बाहरी इलाकों को भी शामिल किया जाएगा। नया कॉरिडोर 103.93 किलोमीटर लंबा नेटवर्क होगा।
ये होंगे छह कॉरिडोरचौथे चरण के तहत रिठाला से नरेला 21.73 किलोमीटर, वेस्ट जनकपुरी से आरके आश्रम तक 28.92 किलोमीटर, मुकुंदपुर से मौजपुर तक 12.54 किलोमीटर, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ 12.58 किलोमीटर, एयरो सिटी से तुगलकाबाद तक 20.20 किलोमीटर और लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक 7.96 किलोमीटर का कॉरिडोर बनाया जाएगा। चौथे चरण में 67 नए स्टेशन शामिल होंगे। इस परियोजना के पूरा होने पर दिल्ली मेट्रो रेल सेवा बरवाला, बवाना, वजीराबाद, महरौली और महिपालपुर तक पहुंच जाएगी।बॉक्स- पहले चरण में मेट्रो ने 65.1 किलोमीटर की दूरी तय की।
दूसरे चरण की पहली मेट्रो सेवा शाहदरा से दिलशाद गार्डन के बीच 3 जून 2008 को चली। इसी चरण में मेट्रो ने दिल्ली की दहलीज को पहली बार 12 नवंबर 2009 को पार किया।
यमुना बैंक से 12.9 किलोमीटर आगे बढ़कर मेट्रो नोएडा सिटी सेंटर पहुंच गई, तो उधर आनंद विहार के लिए भी निर्माण शुरू था। 6 जनवरी 2010 को यह यमुना बैंक से 6.17 किलोमीटर आगे बढ़कर आनंद विहार भी पहुंच गई।
फिलहाल तीसरे चरण में विस्तार कार्य चल रहा है। पहली हेरिटेज लाइन केंद्रीय सचिवालय से कश्मीरी गेट तक जाने वाली पर निर्माण जोर-शोर से चल रहा है। इस लाइन पर आईटीओ तक मेट्रो सेवा चालू है।