नई दिल्ली: शुक्रवार की रात एक महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने वाला 32 वर्षीय कैब चालक एक बार पहले भी बलात्कार के मामले में जेल जा चुका है। अमेरिकी कंपनी उबेर टैक्सी ने अगर इस चालक की पृष्ठभूमि की पड़ताल और पुलिसिया जांच कराई होती, तो उसे कैब चालन का काम सौंपने से बचा जा सकता था। कल अपने गृहनगर मथुरा से गिरफ्तार किया गया शिवकुमार यादव पहले भी अपराधी रह चुका है। यह बात पुलिस द्वारा उससे की गई शुरुआती पूछताछ में सामने आई है। उसने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि वह बलात्कार के एक मामले में सात माह जेल में बिता चुका है। उसके खिलाफ यह मामला वर्ष 2011 में दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा, उसका दावा है कि बाद में उसे इस मामले से बरी कर दिया गया था। हम उसके इन दावों की जांच कर रहे हैं। यादव को आज एक स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा और आगे की जांच एवं पूछताछ के लिए उसका रिमांड मांगा जाएगा। उत्तर प्रदेश के मथुरा से गिरफ्तार करने के बाद उसे कल रात दिल्ली लाया गया था। मथुरा और दिल्ली के बीच की दूरी लगभग 160 किलोमीटर है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को आज हिरासत में ले लिया गया। ये लोग एक टैक्सी चालक द्वारा शुक्रवार रात को युवती के साथ किए गए बलात्कार के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने में असफल रहने पर केंद्र की आलोचना करते हुए हाथ में तख्तियां लेकर आप के कार्यकर्ता आज सुबह सिंह के अशोका रोड स्थित आवास पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक दिया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को संसद मार्ग पुलिस थाने में ले जाया गया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि इस सरकार को सत्ता में आए हुए छह माह हो गए हैं लेकिन कुछ भी बदला नहीं है। संप्रग के सत्ता में होने के दौरान ये लोग केंद्र पर दोष मढ़ते थे और अब ये खुद जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। पार्टी ने यह मुद्दा संसद में उठाने का संकल्प किया और पूछा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं। आप के नेता आशुतोष ने ट्वीट किया, आप उबेर बलात्कार का मुददा संसद में भी उठाएगी। पार्टी ने कहा कि वह उपराज्यपाल के घर के बाहर भी विरोध प्रदर्शन करेगी।