दिल्ली सचिवालय में सीबीआई छापे के बाद मंगलवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जेडीयू और तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली में मुख्यमंत्री कार्यालय पर सीबीआई के छापे को लेकर राज्यसभा में भारी शोरगुल और हंगामा किया। जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी और इस दौरान सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित की गई।
जेटली ने राज्यसभा में दी सफाई
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के कार्यालय पर सीबीआई के कथित छापेमारी का मामला उठाए जाने पर कहा-
– यह कहना गलत है कि मुख्यमंत्री के कार्यालय पर छापेमारी की गई है।
– केंद्रीय जांच ब्यूरो ने दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के कार्यालय पर छापेमारी की है और इसका राज्य मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कुछ लेना देना नहीं है।
– दिल्ली सरकार के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार के 14 मामले सीबीआई ने दर्ज किए हैं और काफी समय से इस पर कार्रवाई चल रही है। उसी के सदंर्भ में अधिकारी के कार्यालय पर सीबीआई ने तलाशी अभियान चलाया है।
– भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी राजेंद्र कुमार पर अपने पद का दुरूपयोग कर पिछले कुछ वर्षों से एक कंपनी विशेष को ठेका दिलाने का आरोप है।
जेडीयू ने कार्रवाई पर साधा निशाना
जनता दल (यू) के महासचिव और सांसद के सी त्यागी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना से छापे की कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि सीबीआई पिंजरे में बंद तोता की तरह है। त्यागी ने केन्द्र सरकार पर सीबीआई का दुरूपयोग किये जाने का आरोप लगाया।
राज्यसभा में क्या हुआ?
– सुबह सदन की कार्यवाही शुरु होते ही राज्यसभा में विपक्ष नेता गुलाम नबी आजाद ने अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा का सत्र बुलाने का मामला उठाते हुए कहा कि वह संविधान के दायरे से बाहर जाकर काम रहे हैँ।
– केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि राज्यसभा में राज्य विधानसभाओं की कार्यवाही की चर्चा नहीं की जा सकती। यह गलत परंपरा की शुरूआत होगी और फिर राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही की चर्चा भी राज्य विधानसभाओं में शुरु हो जाएगी।
– इस बीच बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने कहा कि अगर सदन में अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की चर्चा होती है तो अन्य विधानसभाओं का मामला भी उठाया जाएगा।
– उपसभापति पीजे कुरियन ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में विधानसभा की कार्यवाही की चर्चा की अनुमति नहीं है लेकिन राज्यपाल पर चर्चा उचित नोटिस के जरिए की जा सकती है।
– कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए और सदन की कायर्वाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी।
– स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही शुरु होते ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के कार्यालय पर केंद्रीय जांच ब्यूरो की छापेमारी का मामला उठाया।