दुनिया के 1.2 अरब लोग कंगाली में जीवन बिता रहे हैं
नयी दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने इस बात पर चिंता जाहिर की है कि गरीबों की संख्या आधी करने का लक्ष्य हासिल कर लेने के बावजूद विश्व में एक अरब 20 करोड़ लोग अब भी कंगाली में जीवन बिता रहे हैं ।श्री मून ने ‘विश्व गरीबी उन्मूलन दिवस’ पर अपने संदेश में कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की बदौलत गरीबी के स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है लेकिन यह प्रगति असंतुलित है। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की कि दुनिया की एक अरब बीस करोड़ आबादी अत्यधिक निर्धनता का अभिशाप झेलने को मजबूर हैं। बड़ी संख्या में लोग खासकर महिलाएं और लड़कियां पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा साफ-सफाई गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और ठीक-ठाक आवास की सुविधा से वंचित हैं। विकसित और विकासशील सभी देशों में बढ़ती असमानता के कारण आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सबकी भागीदारी नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहाकि जलवायु परिवर्तन के खतरे और जैव विविधता के नुकसान का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव गरीबों को ही झेलना पड़ता है। श्री मून ने कहाकि गरीबों खासकर स्थानीय मूल के निवासियों, विस्थापितों, अल्पसंख्यकों, विकलांगों और बेरोजगारों की आवाज अनसुनी रह जाती है। गरीबी से निजात पाकर बेहतर जीवन हासिल करने के इन वर्गो के संघर्ष में हमें मिलकर मदद करनी होगी। उन्होंने दुनिया के हर व्यक्ति के लिए समृद्धि, न्याय, समानता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने के लिए एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया।