दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल होगी भारत की अर्थव्यवस्था: गृहमंत्री अमित शाह
भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से 2019 के बीच पांच अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की नींव रखी। देश की अर्थव्यवस्था को 11वें से पांचवे स्थान पर लेकर आए हैं। मैं वादा करता हूं कि अगले पांच वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। अमित शाह ने ये बातें लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित शिलान्यास समारोह में कही। इसके पहले उन्होंने 65 हजार करोड़ के 290 नए प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहले इंवेस्टर्स समिट की शुरूआत गुजरात में हुई लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली इंवेस्टर्स समिट में साइन हुए एमओयू की 25 प्रतिशत योजनाएं इतने कम समय में धरातल पर उतारी हैं। इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि देश में जब 2014 में सरकार बनी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था हम देश बदलने के लिए सरकार बनाएंगे। उन्होंने न्यू इंडिया का मॉडल दुनिया के सामने रखा और देश की अर्थव्यवस्था में वृद्घि हुई। मोदी खुली आंखों से सपना देखते हैं और जो खुली आंखों से सपना देखते हैं उन्हें नींद नहीं आती। सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जीएसटी को अच्छे से लागू किया गया है। ईज़ ऑफ डूईंग बिजनेस में देश दुनिया में 77वें स्थान पर पहुंच गया है।
गृहमंत्री ने कहा कि मुझे 2013 में यूपी से जुड़ने का मौका मिला। मुझे प्रदेश की हालत देखकर बड़ी पीड़ा हुई। यूपी में विकास करने के लिए सबकुछ है फिर भी प्रदेश पिछड़ा हुआ था लेकिन 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में बदलाव का माहौल बना।
अमित शाह ने की योगी की तारीफ, कहा- हमारा निर्णय सही था
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जब हमने योगी आदित्यनाथ जी को यूपी का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया तो कई लोगों के फोन आए। उन सबने कहा कि योगी ने कभी नगर पालिका तक नहीं चलाई उन्हें उत्तर प्रदेश चलाने की जिम्मेदारी सौंपना ठीक नहीं। लेकिन मैं आज कह सकता हूं हमारा निर्णय सही था।
अमित शाह ने कहा कि इतने कम समय में ही यूपी में 17 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित कर दिए गए हैं। 20 जिलों में डेयरी बनना भी शुरू हो गया है। अगले आने वाले पांच वर्षों में प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रोड का जाल बनेगा। प्रदेश को आगे ले जाने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा। प्रदेश में एक जिला एक उत्पाद योजना लागू की गई है जिससे कि हर जिले के परंपरागत उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने का काम हो रहा है। 2022 तक देशी-विदेशी पर्यटकों के मामले में यूपी पहले स्थान पर होगा। मोदी सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्घ है। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में यूपी का प्रशासन जनता का सेवक बन गया है। अमित शाह ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है वैसे ही देश की पांच अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का रास्ता भी लखनऊ से होकर जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, देश का सबसे बड़ा निर्यातक राज्य बना उत्तर प्रदेश
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित शिलान्यास समारोह में देश के गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत करते हुए कहा कि 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद यूपी का माहौल बदलना शुरू हुआ। हमें फरवरी 2018 में इंवेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन मिला। जिसके बाद हम सिर्फ पांच महीने में 61 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में सफल हुए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 में अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा का विजन डाक्यूमेंट जारी किया गया था। उसी को मंत्र मानकर हमने काम शुरू किया और आज यूपी देश का सबसे बड़ा निर्यातक राज्य बन गया है।
उन्होंने कहा कि मेरे सामने जब भी कोई चुनौती आई है। मैंने अमित शाह को फोन किया तो उन्होंने पीछे न हटने की बात कही। आज यूपी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। योगी ने कहा कि यूपी की जितनी जानकारी अमित शाह को है किसी और को नहीं है। मौजूदा संसाधनों का उपयोग कर कैसे आगे बढ़ा जा सकता है इसे अमित शाह से बेहतर कोई नहीं जानता।
भाजपा ने सुशासन का उदाहरण पेश किया है
योगी ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों ने देश के अंदर सुशासन का उदाहरण पेश किया है। उन्होंने इस मौके पर समारोह में पधारे उद्योगपतियों का भी आभार जताया।
बैंगलौर व हैदराबाद की तरह आईटी हब बनेगा उत्तर प्रदेश
कार्यक्रम के प्रारंभ में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। महाना ने कहा कि योगी सरकार की कोशिशों की बदौलत प्रदेश में आज निवेश का माहौल बना है। उद्योगपति निवेश के लिए राज्य में आ रहे हैं। यूपी की छवि बदल रही है।
उन्होंने कहा कि हम निवेशकों को लाने के लिए बैंगलौर व हैदराबाद गए। वो यहां नहीं आना चाहते थे लेकिन हमारे परिश्रम व कोशिशों से प्रदेश का माहौल बदला। निवेशक आए। अब हम कह सकते हैं बैंगलौर व हैदराबाद की तरह यूपी भी आईटी हब के रूप में विकसित होगा। पहला शिलान्यास समारोह फरवरी 2018 में आयोजित किया गया था। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि अब तक जो भी निवेश हुआ उनमें से 81 उद्योगों ने काम करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पहले शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे। उन्होंने हमें प्रदेश के विकास के लिए निर्देश दिए थे। हम उन्हीं निर्देशों पर काम कर रहे हैं।
इसके पहले लखनऊ पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह का लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। अमौसी एयरपोर्ट से गृहमंत्री सीधे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के लिए रवाना हो गए।
उद्योगपतियों ने किया भारी निवेश का वादा, कही ये बातें
लखनऊ में एक हजार बेड का अस्पताल बनाएगा मेदांता ग्रुप
इस मौके पर मेदांता के चेयरमैन नरेश त्रेहन ने कहा कि मैं लखनऊ में पढ़ा हुआ हूं। लखनऊ मेरा जन्मस्थान है। 15 अक्टूबर को हम लखनऊ में 1000 बेड का अस्पताल शुरू करेंगे। इससे 13 से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि 40 साल बाद लखनऊ में मेरी घर वापसी हुई है। उन्होंने कहा कि जिसने यूपी में काम नहीं किया उसने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ के बाद वाराणसी और प्रयागराज में भी मेदांता ग्रुप अस्पताल खोलेगा।
लखनऊ में दो हजार करोड़ का निवेश करेगा लूलू ग्रुप
लूलू ग्रुप के चेयरमैन यूसुफ अली ने कहा कि ग्रुप लखनऊ में दो हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। जिससे 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। योजना का 70 फीसदी काम हो चुका है। उन्होंने कहा कि मैंने हिमाचल प्रदेश के सीएम को कहा है कि आप में योगी जी जैसी ऊर्जा होनी चाहिए। उन्होंने यूपी में फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का वादा किया। लूलू ग्रुप लखनऊ में दो हजार करोड़ का शॉपिंग मॉल बना रहा है। इसके बाद नोएडा व वाराणसी में भी मॉल बनाएगा।
पेप्सिको समूह यूपी में 500 करोड़ रुपये का करेगा निवेश, लगाएगा फूड प्रोसेसिंग हब
पेप्सिको समूह यूपी में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर फूड प्रोसेसिंग हब लगाएगा। समूह के चेयरमैन अल अहमद शेख ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार का सहयोग शानदार है। वहीं, सैमसंग समूह सीईओ ने कहा कि नोएडा के प्लांट को एक्सपोर्ट का हब बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नोएडा दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री बन रहा है। यह योगी सरकार के सहयोग के बिना संभव नहीं था।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने की अमित शाह की तारीफ, कहा- पांच हजार करोड़ का करेंगे निवेश
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे यहां बुलाने के लिए आप सब का धन्यवाद। उन्होंने कहा कि मैं अमित शाह जी को तब से जानता हूं जब हम दोनों 25 साल के हुआ करते थे। अमित शाह अपने हर उद्देश्य में जिद से काम करते हैं। उन्होंने अपने नेतृत्व में भाजपा को चुनाव जीतने की मशीन बना दिया। वह चाणक्य हैं। कभी चुनाव नहीं हारे और भाजपा को अब नए रूप में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्याथी परिषद से राजनीतिक सफर शुरू करने वाले अमित शाह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री तक का रास्ता तय किया है और अब न्यू इंडिया के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं। आप देश के युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।
गौतम ने कहा कि अडानी ग्रुप उत्तर प्रदेश के पावर प्रोजेक्ट में पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। उन्होंने कहा कि हम यूपी में मल्टी मॉडल रिवर टर्मिनल वाराणसी व कच्ची घानी तेल प्लांट लगाएंगे। उन्होंने डिफेंस कॉरिडोर में भी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की बात कही।
पश्चिमांचल में होगी निवेश की बारिश
उत्तर प्रदेश के दूसरे शिलान्यास समारोह में गृहमंत्री अमित शाह जिन 290 निवेश परियोजनाओं की नींव रखेंगे, उनमें सर्वाधिक 158 प्रोजेक्ट पश्चिम यूपी में स्थापित होंगे। इन परियोजनाओं से 38,359 करोड़ रुपये का निवेश होगा जो कुल निवेश 65 हजार करोड़ के आधे से अधिक है।
इसके बाद 54 प्रोजेक्ट मध्यांचल में स्थापित होंगे। इनसे 9,068 करोड़ का निवेश होगा। इसके बाद पूर्वांचल में 5,580 करोड़ के 38 प्रोजेक्ट स्थापित होंगे। सबसे कम 11 प्रोजेक्ट बुंदेलखंड के लिए हैं। इन पर 2,634 करोड़ का निवेश होगा। इसके अलावा 9216 करोड़ के 29 प्रोजेक्ट प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में स्थापित होंगे।
एक वर्ष में 4 लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर की पहल
निवेश परियोजनाओं के सामूहिक शिलान्यास कार्यक्रम की पहल इस मायने में अहम है कि एक वर्ष में आयोजित दो कार्यक्रमों से प्रदेश में 4 लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
पहले शिलान्यास समारोह से जुड़े 81 प्रोजेक्ट से 2.06 लाख नए रोजगार और रविवार को जिन 290 परियोजनाओं का शिलान्यास हो रहा है, उससे भी दो लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इस तरह जैसे-जैसे ये 371 प्रोजेक्ट पूरे होंगे प्रदेश में चार लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलता जाएगा।