दुबई में अपने दम पर इस मुस्लिम खिलाड़ी ने टीम इंडिया को हार से बचाया
नई दिल्ली : राजस्थान के टोंक जिले के 20 साल के लेफ्ट आर्म पेसर खलील अहमद ने एशिया कप में हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ मैच के साथ ही टीम इंडिया की ओर से डेब्यू किया है. उन्हें रोहित शर्मा ने कैप सौंपी. इस टूर्नामेंट में नियमित कप्तान विराट कोहली को आराम दिया गया है, लिहाजा रोहित शर्मा 16 सदस्सीय टीम की कमान संभालेंगे. जबकि एकमात्र नया चहेरा खलील हैं, जिनकी प्रतिभा को निखारने में टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का खास योगदान रहा है. दिलचस्प बात ये है कि खलील की गेंदबाजी रफ्तार 148Kmph है, जो अपने आपमें शानदार है. मंगलवार को हांगकांग के खिलाफ वन-डे मैच में डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
दरअसल, खलील अहमद ने मंगलवार को खेले गए एशिया कप के चौथे मुकाबले में हांगकांग के खिलाफ 3 विकेट लेकर अपनी शानदार गेंदबाजी का सबूत पेश किया।अहमद ने टीम इंडिया को सबसे बड़ी सफलता दिलाई। हांगकांग के सलामी बल्लेबाज निजाकत खान (92) को उन्होंने एलबीडब्ल्यू आउट किया। खान ने 115 गेंदों में 12 चौकों और 1 छक्के की मदद से 92 रन की शानदार पारी खेली। अहमद ने उन्हें 36वें ओवर की चौथी गेंद पर आउट किया। इसके अलावा उन्होंने एहसान खान (22) और क्रिस्टोफर कार्टर (3) को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
बता दें की दुबई में मैच शुरू होने से पहले खलील अहमद को डेब्यू के लिए भारतीय टीम ने उन्हें इंडियन टीम की कैप सौंपी। सबने तालियां बजाकर खलील को पहला मैच खेलने की बधाई दी। बीसीसीआई ने फोटो ट्वीट कर लिखा, ‘खलील अहमद को बहुद बधाई, वो भारत के लिए वनडे में डेब्यू करने वाले 222 प्लेयर बने हैं।’ आपको बता दें कि खलील अहमद की खासियत है उनकी तेज रफ्तार और लाइन लेंथ। वह 145 किमी/घंटा की औसत रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं।
उन्होंने एक घरेलू मैच में करीब 147 किमी/घंटा की रफ्तार से भी बॉल डाली थी। वैसे टीम में शामिल होने पर खलील ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा, ‘अब जब मुझे चुना गया है, मैं सिर्फ एशिया कप ही नहीं भारत के लिए अधिक से अधिक मैच खेलना चाहता हूं. मैं कम से कम 10 सालों तक खेलना चाहता हूं और जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना चाहता हूं.