दुर्लभ है इसका मिलना, लेकिन किडनी के लिए बहुत फायदेमंद है ये
किडनी
गोखरू किडनी की बीमारी के लिए बहुत लाभकारी होता है. आयुर्वेद में इसे किडनी के लिए सफल औषधि माना गया है. गोखरू का काढ़ा पथरी के लिए किसी रामबाण दवा से कम नहीं है. फल के साथ इसके जड़ का भी सेवन किया जा सकता है.
– गोखरू के बीज को पानी में उबाल कर इसे छान कर रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पीएं. रात को खाना खाने से एक घंटे पहले भी एक कप पीने में लाभ पहुंचाता है. इसे पीने के एक घंटे बाद ही कुछ खाना चाहिए. इसके सेवन से आप किडनी में होने वाली पथरी से निजात पा सकते हैं. साथ ही यह डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट में फायदा करता है.
पथरी
गुर्दे में पथरी की बीमारी के लिए भी गोखरू काफी फायदेमंद होता है. इसके फलों के चूर्ण को शहद में मिलाकर सुबह और शाम लेना चाहिए. इससे पथरी टूट-टूट कर शरीर से बहार निकल जाएगी. साथ ही इसके चूरण को दूध में उबालकर इसे मिश्री के साथ लें.
– गोखरू शरीर को मजबूत रखने में मदद करता है.
– इसकी तासीर गर्म होती है. ठंड के मौसम में इसके सेवन से कई बीमारियों से छुटकारा पाय जा सकता है.
– गोखरू गठियां, जोड़ों में दर्द की बीमारी में इसके सेवन से आराम मिलता है.
– इसका काढ़ा पीने से पाचन शक्ति भी बढ़ती है.
– गोखरू के काढ़े को घाव या जख्मों पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं.
– गोखरू आखों के रोग के लिए भी अच्छा होता है. इसका ताजा रस आखों में लगाने से आंखों की बीमारियों में आराम मिलता है.
– गोखरू खून को साफ रखने में भी मदद करता है.
नोट: बेशक गोखरू को एक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है. मगर इसे डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करना चाहिए.