राज्य
दूसरी लड़की से शादी में रोड़ा बनी लिव-इन पार्टनर, प्रेमी ने ऐसे रास्ते से हटाया
धमतरी: करीब साढ़े तीन माह पहले एक महिला और उसके डेढ़ साल के बच्चे के अचानक गुम हो जाने की कहानी सामने आ गई है। ये पूरा मामले की कड़ियां तब मिलने लगीं जब पुलिस को 22 जुलाई को नर कंकाल मिला। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को हिरासत में लेकर सोमवार को कोर्ट में पेश किया। जानिए पूरी घटना…
– मगरलोड ब्लाक के ग्राम मड़वापथरा निवासी गजेंद्र दीवान ने 22 जुलाई को मगरलोड थाने में सूचना दी कि दर्रा-ढोड़गी नाले से करीब आधा किमी दूर जंगल में नर कंकाल बिखरा पड़ा है।
– इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का मुआयना कर लौट आई। बाद में पुलिस फारेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और कंकाल को समेटकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की।
– फोरेंसिक टीम ने मौके से बरामद हड्डियों को मानव का बताया। इसके बाद पुलिस ने जिले के सभी थानों में दर्ज गुमशुदगी की जानकारी ली।
– तब पता चला कि कुरुद थाने में 1 अप्रैल 2017 में सरोजनी व उसके डेढ़ वर्ष के बच्चे प्रियांशु के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज है।
– यह रिपोर्ट उसके प्रेमी वेद प्रकाश दीवान ने ही लिखाई थी, जो ग्राम मड़वापथरा का रहने वाला है।
– इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का मुआयना कर लौट आई। बाद में पुलिस फारेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और कंकाल को समेटकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की।
– फोरेंसिक टीम ने मौके से बरामद हड्डियों को मानव का बताया। इसके बाद पुलिस ने जिले के सभी थानों में दर्ज गुमशुदगी की जानकारी ली।
– तब पता चला कि कुरुद थाने में 1 अप्रैल 2017 में सरोजनी व उसके डेढ़ वर्ष के बच्चे प्रियांशु के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज है।
– यह रिपोर्ट उसके प्रेमी वेद प्रकाश दीवान ने ही लिखाई थी, जो ग्राम मड़वापथरा का रहने वाला है।
इसलिए की मासूम और प्रेमिका की निर्मम हत्या
– शक के आधार पर पुलिस ने वेदप्रकाश दीवान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। कड़ी पूछताछ में वेदप्रकाश टूट गया और उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
– उसने बताया कि 2011 से 2015 तक वह जेके लक्ष्मी सीमेंट प्लांट अहिवारा जिला दुर्ग में सिक्युरिटी गार्ड का काम करता था।
– इस दौरान वहां रहने वाली उसका सरोजनी महानंद से प्रेम-संबंध हो गया। दोनों अहिवारा में ही लिव-इन में रहने लगे।
– इस बीच एक बच्चे का भी जन्म हुआ। बच्चे के जन्म के बाद सरोजनी ने उससे शादी करने को कहा।
– वह शादी से बचने के लिए 2016 में सीमेंट फैक्टरी छोड़कर एम्स रायपुर में नौकरी करने लगा।
– फरवरी 2017 में आरोपी ने टिकेश्वरी नाम की एक अन्य युवती से सगाई कर ली। इसकी खबर सरोजनी को लगी, तब दोनों के बीच विवाद शुरु हो गया।
– टिकेश्वरी को जीवनसाथी बनाने के बीच सरोजनी रोड़ा बन रही थी। अब आरोपी ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
– वह 1 अप्रैल को सरोजनी को बच्चे के साथ अहिवारा से बस से कन्हारपुरी बुलवाया योजनाबद्घ तरीके से मड़वापथरा ले आया।
– जब मड़वापथरा के ढोड़गीनाला के पास पहुंचे, तब वेदप्रकाश ने लघुशंका के बहाने गाड़ी रोक दी।
– इससे पहले की सरोजनी कुछ समझ पाती आरोपी ने सूनेपन का फायदा उठाकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी।
– आनन-फानन में दोनों की लाश नाले के गड्ढे में दफना दिया। कुछ दिनों बाद वह घटनास्थल की स्थिति देखने पहुंचा।
– लाश की हड्डी दिखने पर उसने हड्डी को जलाने की कोशिश की। इसके बाद जली हुई हड्डी पर वहां से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों की नजर पड़ी।
– ग्रामीणों ने इसकी खबर पुलिस को दी। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि करीब ढाई महीने से दर्रा-ढोड़गी नाले के जंगल में कंकाल नजर आ रहा था, जिसे गांव के कई लोगों ने देखा भी था, पर डर की वजह से किसी ने भी पुलिस को सूचना देने की जरूरत नहीं समझी।
– बात जब बहुत ज्यादा फैल गई, तब मड़वापथरा के सरपंच गजेंद्र दीवान ने मगरलोड थाने में लिखित सूचना दी कि जंगल में कंकाल पड़ा हुआ है।
– उसने बताया कि 2011 से 2015 तक वह जेके लक्ष्मी सीमेंट प्लांट अहिवारा जिला दुर्ग में सिक्युरिटी गार्ड का काम करता था।
– इस दौरान वहां रहने वाली उसका सरोजनी महानंद से प्रेम-संबंध हो गया। दोनों अहिवारा में ही लिव-इन में रहने लगे।
– इस बीच एक बच्चे का भी जन्म हुआ। बच्चे के जन्म के बाद सरोजनी ने उससे शादी करने को कहा।
– वह शादी से बचने के लिए 2016 में सीमेंट फैक्टरी छोड़कर एम्स रायपुर में नौकरी करने लगा।
– फरवरी 2017 में आरोपी ने टिकेश्वरी नाम की एक अन्य युवती से सगाई कर ली। इसकी खबर सरोजनी को लगी, तब दोनों के बीच विवाद शुरु हो गया।
– टिकेश्वरी को जीवनसाथी बनाने के बीच सरोजनी रोड़ा बन रही थी। अब आरोपी ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
– वह 1 अप्रैल को सरोजनी को बच्चे के साथ अहिवारा से बस से कन्हारपुरी बुलवाया योजनाबद्घ तरीके से मड़वापथरा ले आया।
– जब मड़वापथरा के ढोड़गीनाला के पास पहुंचे, तब वेदप्रकाश ने लघुशंका के बहाने गाड़ी रोक दी।
– इससे पहले की सरोजनी कुछ समझ पाती आरोपी ने सूनेपन का फायदा उठाकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी।
– आनन-फानन में दोनों की लाश नाले के गड्ढे में दफना दिया। कुछ दिनों बाद वह घटनास्थल की स्थिति देखने पहुंचा।
– लाश की हड्डी दिखने पर उसने हड्डी को जलाने की कोशिश की। इसके बाद जली हुई हड्डी पर वहां से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों की नजर पड़ी।
– ग्रामीणों ने इसकी खबर पुलिस को दी। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि करीब ढाई महीने से दर्रा-ढोड़गी नाले के जंगल में कंकाल नजर आ रहा था, जिसे गांव के कई लोगों ने देखा भी था, पर डर की वजह से किसी ने भी पुलिस को सूचना देने की जरूरत नहीं समझी।
– बात जब बहुत ज्यादा फैल गई, तब मड़वापथरा के सरपंच गजेंद्र दीवान ने मगरलोड थाने में लिखित सूचना दी कि जंगल में कंकाल पड़ा हुआ है।