देवरिया जेल में डीएम-एसपी का छापा, अतीक अहमद के बैरक में गहन जांच की
देवरिया : माफिया अतीक अहमद के गुर्गों द्वारा लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर जिला कारागार में पिटाई के मामले में रविवार देर रात जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने छापेमारी की। अतीक अहमद की बैरक में भी अधिकारियों ने गहनता से जांच की है। जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे में छेड़छाड़ की बात सामने आई है। दूसरी तरफ जेल अधीक्षक ने इस पूरे मामले में अपना पल्ला झाड़ते हुए इन आरोपों को झूठा बताया है। जिलाधिकारी अमित किशोर ने बताया कि रविवार की देर रात पुलिस कप्तान एन कोलांची के साथ भारी पुलिस फोर्स को लेकर जिला कारागार में छापेमारी की है। करीब ढाई घंटे तक माफिया अतीक की सात नम्बर बैरक समेत जेल के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। उसकी बैरक में खाने-पीने की काफी चीजें मिली हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। उधर, जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी छेड़छाड़ कर कुछ फुटेज डिलीट की गई है। जेल प्रशासन की संदिग्ध भूमिका के मद्देनजर जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एडीएम प्रशासन राकेश पटेल के नेतृत्व में एक टीम गठित की है। उनकी टीम में एसडीएम सदर रामकेश यादव, सीओ सिटी वरुण मिश्र और एनआईसी के डीआईओ कृष्णानंद यादव भी हैं। यह टीम सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए जाने के मामले में जेल प्रशासन की भूमिका की भी जांच करेगी।
गौरतलब है कि जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के इशारे पर उनके गुर्गों ने लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण किया और उसे देवरिया जेल में लाकर पीटा गया है। कारोबारी का कहना है कि अतीक के सामने उसकी पिटाई करके प्रॉपर्टी के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए गए और गाड़ी भी छीन ली गई। इस मामले में लखनऊ पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर गाड़ी बरामद कर ली। मामला चर्चा में आने के बाद प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार ने मामले को संज्ञान में लेकर 24 घंटे के भीतर एडीजी जेल से इस प्रकरण की रिपोर्ट देने को कहा है। सोमवार को रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में लखनऊ के कृष्णागर थाने में मुकदमा दर्ज है, जिसमें नामजद 4 लोगों में से 2 को गिरफ्तार कर लिया गया है।