नई दिल्ली : केंद्र सरकार बजट व भूमि अधिग्रहण विधेयक के मुद्दे पर विपक्ष के प्रचार से निपटने के लिए वित्त मंत्री को प्रमुख राज्यों के दौरे पर भेजने की तैयारी कर रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली करीब इन राज्यों में आम बजट में मध्यम वर्ग के साथ सामाजिक क्षेत्र खासकर बुजुर्गों के लिए की गई बड़ी घोषणाओं का प्रचार करेंगे। जेटली का यह कार्यक्रम आगले सप्ताह से शुरू हो सकते हैं। संसद के भीतर व बाहर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की चुनौती सरकार को चुभने लगी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट में वेतनभोगी मध्यम वर्ग के साथ छोटे कारोबारियों और सामाजिक क्षेत्र में बुजुर्गो व लड़कियों के लिए कई घोषणाएं की हैं। इसके बावजूद सरकार की छवि कारपोरेट जगत को लाभ देने की बन रही है। विपक्ष भी इसे जमकर हवा दे रहा है।
जनता तक खासकर भाजपा समर्थक मध्यम वर्ग, जिसमें वेतन भोगी व छोटे कारोबारी प्रमुख हैं, सही व पूरी जानकारी पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सुझाव पर जेटली खुद एक दजर्न प्रमुख राज्यों में जाकर विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों तक जानकारी पहुंचाएंगे। पार्टी की योजना अलग-अलग सामाजिक वर्ग और खासकर अनुसूचित जाति जनजाति व कमजोर वर्ग के लोगों से जेटली की चाय पर चर्चा कराने की है। जेटली उन्हें समझाएंगे कि बजट में उनके लिए क्या है। मसलन बीते नौ महीने में वेतनभोगी वर्ग के लिए आयकर में बढ़ाई गई छूट, छोटे कारोबारियों के लिए मुद्रा योजना, जनधन योजना, आकस्मिक दुर्घटना बीमा, बुजुर्गों के लिए पेंशन योजना, लड़कियों के लिए सुकन्या योजना हैं।