देश की पहली महिला इमाम बोली तीन तलाक के मुद्दे पर
भले ही विपक्ष तीन तलाक बिल की राह में रोड़ा बनकर खड़ा हो गया हो, मगर तीन तलाक की प्रथा के खिलाफ देश की मुस्लिम महिलाओं की आवाज ने इस मुद्दे को इस स्तर तक पहुंचाया है। इनमें देश की पहली महिला इमाम जमिदा भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा है कि आलोचनाओं के बावजूद वह तीन तलाक को खत्म करने और महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए अपना संघर्ष यूं ही जारी रखेंगी।
34 वर्षीय जमिदा ने कहा, ‘मैं तीन तलाक को खत्म करने और महिलाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए अपना संघर्ष जारी रखूंगी।’ उन्होंने आगे कहा कि जो उनकी आलोचना कर रहे हैं, वो बिना किसी तर्क के कर रहे हैं और व्यक्तिगत तौर पर निशाना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि जमिदा 26 जनवरी को जुमे की नमाज का नेतृत्व करने वालीं पहली महिला इमाम बनीं। भारतीय इतिहास में यह पहली बार हुआ है। जमिदा ने केरल के मल्लपुरम स्थित एक मस्जिद में शुक्रवार की नमाज अदा की प्रक्रिया का नेतृत्व किया।