दस वर्षीय पीड़िता की कोख से जन्म लेने वाली जिस नवजात बच्ची का चेहरा अपनों ने भी देखने से इन्कार कर दिया है, उस बच्ची को गोद लेने के लिए कई परिवार सामने आए हैं। अमेरिका से एक व्यक्ति ने बच्ची को गोद लेने के लिए हॉस्पिटल डायरेक्टर को ईमेल भेजी है।
शुक्रवार को नवजात बच्ची को डॉक्टरों की टीम ने आइसीयू से वार्ड में शिफ्ट कर दिया। डॉक्टरों की टीम लगातार उस पर नजर रख रही है। वहीं दस वर्षीय पीडि़ता का शाम करीब छह बजे अचानक रक्तचाप बढ़ गया। इस पर डॉक्टरों ने उसे आइसीयू में शिफ्ट कर दिया। वहीं बच्ची को गोद लेने के लिए दिल्ली, कोलकाता के साथ-साथ विदेश से भी लोग सामने आए हैं। अमेरिका के एक व्यक्ति ने गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर-32 के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ. एके जनमेजा को शुक्रवार सुबह 11.20 बजे ईमेल कर बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई।
नवजात बच्ची और उसकी मां की हालत पर नजर रख रही मेडिकल कमेटी के हेड प्रोफेसर हरीश दसारी के पास भी कोलकाता से एक व्यक्ति ने ईमेल कर बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई है। वहीं चंडीगढ़ का भी एक व्यक्ति प्रो. दसारी से मिला और बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई।नोएडा के इंजीनियर दंपती ने भी गोद लेने की इच्छा जताई
दैनिक जागरण में समाचार पढ़ने के बाद नोएडा और दिल्ली से भी लगातार बच्ची को गोद लेने के इच्छुक पेरेंट्स की कॉल आ रही हैं। नोएडा से पेशे से इंजीनियर दंपती ने कई बार कॉल कर बच्ची को गोद लेने के बारे में पूछा। दीपक ने कहा कि उनके दो भाइयों की कोई संतान नहीं है, इसलिए वह बच्ची गोद लेना चाहते हैें। दिल्ली निवासी माथुर दंपती ने भी कई फोन कर बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया जानी।
हेल्पलाइन नंबर 181 पर आ रही हैं कॉल
यूटी के हेल्पलाइन नंबर 181 पर लगातार बच्ची को गोद लेने के इच्छुक लोगों की कॉल आ रही हैें। दिनभर विभाग के कर्मचारियों ने कॉल रिसीव की और इच्छुक लोगों को जरूरी नियमों की जानकारी दी।
नवजात और मां दोनों की हालत ठीक है। दोनों के स्वास्थ्य पर मेडिकल कमेटी की टीम लगातार नजर रखे हुए है।