शाह ने कहा कि यही वजह है कि उन्होंने ‘ए वेडनसडे’ और ‘रोगन जोश’ जैसी फिल्मों में काम किया । उन्होंने कहा, ‘ऐसी फिल्मों का हिस्सा बनने को मैं अपनी जिम्मेदारी मानता हूं । मेरे सभी गंभीर काम उस दौर का प्रतिनिधित्व करते हैं। सिनेमा हमेशा रहेगा । इन फिल्मों को 200 साल के बाद भी देखा जाएगा ।’
‘लोगों को पता होना चाहिए कि साल 2018 में भारत का सिनेमा किस तरह का था। ऐसा न हो कि 200 साल बाद उन्हें केवल सलमान खान की फिल्में ही देखने को मिले । सिनेमा भावी पीढ़ियों के लिए होता है ।’