नहीं मान रहा उत्तर कोरिया एक बार फिर दागीं दो प्रोजेक्टाइल मिसाइल, तीन हफ्ते में छठवीं बार किया ऐसा
उत्तर कोरिया ने शुक्रवार देर रात एक बार फिर दो प्रोजेक्टाइल मिसाइलें दागीं। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह खबर दी है। जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया ने बीत तीन सप्ताह के भीतर छठवीं बार मिसाइलें दागी हैं।
उत्तर कोरिया के इस परीक्षण को अमेरिका के समक्ष उसकी सैन्य ताकत में इजाफा करने के तौर पर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने ताजा मामले में ये दो मिसाइल पूर्वी तट से दागी हैं। हालांकि अभी यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि ये मिसाइलें किस तरह की क्षमता रखने वाली थीं। लेकिन माना जा रहा है कि ये कम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल हो सकती हैं, जिनका उत्तर कोरिया इस वर्ष कई बार परीक्षण कर चुका है। इन परीक्षणों की वजह किम जोंग उन पहले ही साफ कर दी हैं कि आखिर क्यों उनका देश यह परीक्षण कर रहा है।
अधर में लटके उत्तर कोरिया और अमेरिकी सेना के संयुक्त युद्ध अभ्यास और यूएस से मिलने वाली बार-बार की धमकियों ने किम जोंग उन की नाराजगी बढ़ाई है। परमाणु हथियारों को नष्ट करने को लेकर उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच चल रही बातचीत के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने को लेकर भी किम जोंग उन का गुस्सा बढ़ा है।
दोनों ही देश इस संबंध में पिछले एक महीने से बातचीत के दौर से गुजर रहे हैं। किम जोंग उन की मंशा है कि कुछ हथियार नष्ट करने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके देश पर लगाए प्रतिबंधों को हटा लें। जबकि राष्ट्रपति ट्रंप उत्तर कोरिया के ऐसे सभी हथियार नष्ट कर देने के बाद प्रतिबंध हटाने की बात पर अड़े हुए हैं।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार 16 अगस्त (भारतीय समयानुसार गुरुवार देररात) जो ताजा मिसाइल परीक्षण किया है। दक्षिण कोरिया की सेना के हवाले से कहा गया है कि दोनों मिसाइलें कांगवोन प्रांत के तोंगचोन शहर के पूर्वी तट से दागी गईं। जिसे जापान का समुद्र क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है। जेसीएस ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना उत्तर कोरिया के इन परीक्षणों पर नजर बनाए हुए है और हर स्थिति से निपटने को तैयार है।
बता दें कि हाल ही में उत्तर कोरिया ने मिसाइल प्रक्षेपणों के बाद किम जोंग उन की व्यक्तिगत निगरानी में एक और नए हथियार का परीक्षण किया था। देश के सरकारी मीडिया ने बीते रविवार को ही यह जानकारी दी थी।
उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण ऐसे समय में किया है जब हाल में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि प्योंगयांग परमाणु निरस्त्रीकरण पर वार्ता बहाल करना चाहता है। इसके बाद शुक्रवार को उत्तर कोरिया के दो प्रोजेक्टाइल मिसाइलें दागने की ताजा खबर सामने आई है।
बता दें उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने बीते रविवार जानकारी देने के दौरान शनिवार को हुए परीक्षण के बारे में यह नहीं बताया था कि उसके देश ने किस हथियार का परीक्षण किया है। इस संबंध में वहां के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान जारी किया था। जिसमें उसने इसे परंपरागत हथियार विकसित करने के लिए किया गया परीक्षण बताया था।
इससे पहले उत्तर कोरिया पिछले दो सप्ताह में चार बार मिसाइल प्रक्षेपण कर चुका था। उत्तर कोरिया ने ये प्रक्षेपण अमेरिका-दक्षिण कोरिया युद्ध अभ्यास के विरोध में किए थे।
केसीएनए ने बताया कि किम ने परीक्षण को निर्देशित किया और उसकी निगरानी की। किम ने परिणाम पर श्अत्यंत संतुष्टि” जताई।
सियोल में रक्षा अधिकारियों ने बताया कि हैमहंग के निकट शनिवार तड़के जिन प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण किया गया, वे छोटी दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें प्रतीत होती हैं, जिन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच समुद्र में गिरने से पहले 400 किलोमीटर की दूरी तय की।