निर्मला सीतारमण पर शिवसेना ने बोला हमला, मुखपत्र में बताया सबसे कमजोर रक्षा मंत्री
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के जवान औरंगजेब की शहादत पर शिवसेना ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर तीखा हमला बोला है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में देश की वर्तमान रक्षा मंत्री को सबसे कमजोर बताया हैं। साथ ही यह भी कहा कि भारत की सैन्य शक्ति पर पूरा भरोसा है लेकिन इसका ने़तृत्व कमजोर हाथों में है।
सामना के संपादकीय में आगे लिखा गया कि किसी भी संकट का मुकाबला करने के लिए हमारी सेना हमेशा मुस्तैद रहती है, तीनों सेना दल के प्रमुख ऐसा कहते रहते हैं लेकिन कश्मीर में आतंकी हमलों को देखते हुए देश में सचमुच रक्षामंत्री हैं क्या? ऐसा सवाल मन में आता रहता है। अत्यंत कमजोर और निष्क्रिय, बिना चेहरेवाली व्यक्ति को रक्षामंत्री के पद पर बैठाकर हम देश का नुकसान कर रहे हैं। बताते चलें कि शिवसेना का रूख अपनी ही एनडीए सरकार के प्रति लगातार हमलावर रहा है। वह मोदी सरकार पर एक के बाद एक आरोप लगाती रही है।
इस लेख में शहीद जवान औरंगजेब की खूब प्रशंसा की गई है। लेख में लिखा गया है कि औरंगजेब जैसा जवान देश के हर मुसलमान के घर पैदा होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि ईद की छुट्टी पर घर जा रहे राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले से आतंकियों ने अगवा किए जाने के बाद गुरुवार को मार दिया था।
वहीं, शहीद जवान औरंगजेब के परिजनों ने भी प्रधानमंत्री मोदी से कार्रवाई करने की भी मांग की है। औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ ने कहा कि अगर 72 घंटे में ऐसा नहीं हुआ तो मैं खुद बेटे की शहादत का बदला लूंगा। उन्होंने कहा, मेरे बेटे ने देश के लिए जान कुर्बान की है। केंद्र और राज्य सरकार को आतंकवाद के खात्मे के लिए ठोस कदम उठाने ही होंगे।
इस बीच, सरकार ने रविवार को जम्मू-कश्मीर में रमजान के दौरान एकतरफा संघर्ष विराम के कारण आतंकवादियों के खिलाफ बंद हुआ ऑपरेशन ऑल आउट दोबारा और दुगुनी ताकत से शुरू करने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि संघर्ष विराम के अंतिम दिनों में पत्रकार शुजात बुखारी और सेना के जवान औरंगजेब की आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या के बाद बदली परिस्थितियों में सरकार ने इसे अमरनाथ यात्रा तक बढ़ाने का इरादा टाल दिया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कई ट्वीटों के जरिए आतंकियों के खिलाफ दोबारा अभियान शुरू करने की घोषणा की।