नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री पी.चिदंबरम ने मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को नीति निर्माण और पुलिस व्यवस्था के बीच की विभाजक रेखा का सम्मान करने के प्रति आगाह किया और कहा कि जांच एजेंसी को पुलिस व्यवस्था तक ही सीमित रहना चाहिए और नीतियों पर सवाल नहीं उठाने चाहिए। ‘भ्रष्टाचार और अपराध से लड़ने के लिए समान नीतियों के विकास’ के मुद्दे पर आयोजित सीबीआई के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा ‘‘मैं जांच एजेंसी को आगाह करना चाहूंगा कि वह नीति निमार्ण और पुलिस व्यवस्था के बीच की विभाजक रेखा का सम्मान करे।’’ उन्होंने कहा ‘‘जांच एजेंसी का काम आचरण का कोई नियम तय करना नहीं है और न ही उसका काम आचरण के किसी नियम पर तर्क करना है।’’ चिदंबरम ने कहा कि जांच एजेंसी को स्वयं को केवल इस बात तक सीमित रखना चाहिए कि किसी नियम का उल्लंघन हुआ है या नहीं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी सोमवार को ऐसे ही विचार प्रकट किया था और कहा था कि यह ठीक नहीं है कि जांच एजेंसियां हर नीतिगत निर्णय पर फैसला सुनाने लगें जो कि अच्छी भावना से लिए गए होते हैं। भले ही बाद में उन्हें गलत पाया जाए लेकिन उनके पीछे कोई गलत इरादा या निजी मौद्रिक लाभ नहीं होता है।