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नेता ज्यादा लोकप्रिय या प्रभावशाली हो रहा है तो उसे किनारे कर दिया जाए: पवार

दस्तक टाइम्स/एजेंसी
2015_12image_14_58_490973762dd-llनई दिल्ली: वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर अपने विचार प्रकट करने की कीमत कांग्रेस से निलंबन के रूप में चुकानी पड़ी थी। पवार ने हाल ही में प्रकाशित अपनी आत्मकथा में यह बात कही है। राकांपा नेता ने इसमें गांधी परिवार के साथ अपने असामान्य रिश्तों का खुलकर जिक्र किया है।पवार की गत सप्ताह आई आत्मकथा ‘ऑन माय टम्र्स’ में उन्होंने इस बात के संकेत दिए है कि महाराष्ट्र में उनके बढ़ते जनाधार से गांधी परिवार में व्याकुलता थी। उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक यह प्रवृत्ति रही है कि असंतुष्ट आवाजों को बर्दाश्त न किया जाए और अगर कोई नेता चाहे वह वरिष्ठ नेता हो, ज्यादा लोकप्रिय या प्रभावशाली हो रहा है तो उसे किनारे कर दिया जाए।

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