नेलपॉलिश के इस्तेमाल से हो सकता है बांझपन का खतरा
नईदिल्ली। अक्सर नाखूनों की खूबसूरत बढ़ाने के लिए लड़कियां नेलपॉलिश का यूज करती हैं। नेलपॉलिश लगाना कितना खतरनाक है आप सोच भी नहीं सकते। इसके इस्तेमाल से स्किन कैंसर जैसे घातक रोग भी हो सकते हैं। नेल पेंट में स्मूथ फिनिशिंग के लिए टालुइन नाम का कैमिकल मिलाया जाता है। ये कैमिकल आमतौर पर कार में ईंधन डालने वाले गैसोलीन में इस्तेमाल किया जाता है। ये कैमिकल नर्वस सिस्टम और दिमाग के साथ- साथ रिप्रोडक्टिव सिस्टम को भी प्रभावित करता है।
नेलपॉलिश के इस्तेमाल से हो सकता है स्किन कैंसर
नेल पेंट्स को लचीला बनाने के लिए डाइब्यूटाइल पैथेलेट का इस्तेमाल किया जाता है जो कि रिप्रोडेक्टिव ट्रैक्ट को नुकसान पहुंचाती है। यूरोप के कई देशों में इस कैमिकल के इस्तेमाल पर पाबंदी भी है। शोधकर्ताओं ने जब नेलपॉलिश पर रिसर्च किया तो पाया, इसका इस्तेमाल करने से स्किन कैंसर भी हो सकता है। नेल पॉलिश में जैल मिलाया जाता है जो सूर्य की खतरनाक अल्ट्रावायलट किरणों को सोख लेता है और यही किरणें कैंसर को जन्म देती हैं।
नेल पॉलिश बनाने में स्पिरिट का भी इस्तेमाल किया जाता है जो फेफड़ों को बुरी तरह से प्रभावित करता है। नेलपॉलिश के खतरनाक असर से बचने के लिए इसे खरीदते समय लो रेंटिंग टॉक्सिटी (0-2) वाला ही प्रोडक्ट खरीदें। अगर आपको कोई रेटिंग नहीं दिखती तो प्रोडक्ट का लेबल चेक करें और टालुइन, फॉरमल्डिहाइड, डाइब्यूटाइल पैथेलेट जैसे खतरनाक तत्वों से बचें।