नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को बार-बार संसद की कार्यवाही को बाधित किया। दरअसल दिल्ली की एक अदालत ने पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया और राहुल गांधी को इस मामले में कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है।
लोकसभा में सत्तापक्ष और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई, जब सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सोनिया-राहुल को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले को उठाते हुए कहा, “यह सारे विपक्ष के साथ किया जा रहा है… अगर कोई आपसे सहमत नहीं होता, तो आप उन्हें परशान करने की कोशिश करते हैं…”
इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, “सरकार का इस मामले में कोई लेना-देना नहीं है… यह कोर्ट का आदेश था… यहां ये लोग (कांग्रेस) संसद के जरिये न्यायपालिका को धमका रहे हैं… यह तानाशाही है… कांग्रेस चुनाव में जनता द्वारा दिए गए फैसले को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है…”
‘बदले की राजनीति’ को लेकर किए जा रहे विरोध की वजह से बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही को भी कई बार स्थगित करना पड़ा। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस के सदस्य सदन के बीचोंबीच जमा हो गए, और नारे लगाने लगे, “मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी…”
इससे पहले, बुधवार सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनके दीर्घायु होने तथा अच्छे स्वास्थ्य की कामना की थी। प्रधानमंत्री ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा था, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके जन्मदिन पर अभिवादन… परमात्मा करे, वह स्वस्थ रहें, तथा वह दीर्घायु हों…” इसके अलावा संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भी सोनिया को फोन कर उनके जन्म की 69वीं वर्षगांठ पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
गौरतलब है कि सोनिया गांधी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने वाली सरकार दूसरी ओर आजकल यह जताने की पुरजोर कोशिश कर रही है कि नेशनल हेराल्ड से जुड़े उस मामले से उसका (सरकार का) कोई लेना-देना नहीं है, जिसमें सोनिया और उनके पुत्र राहुल गांधी को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि उन पर अख़बार से जुड़ी 5,000 करोड़ रुपये की संपत्ति पर गैरकानूनी तरीके से कब्ज़ा करने के आरोप हैं। कांग्रेस नेताओं पर इस मामले में आरोप लगाने वाली यह याचिका दरअसल बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने दायर की है।
बुधवार को सरकार द्वारा दी गई शुभकामनाओं को उस पुल को जोड़ने की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा है, जो मंगलवार को संसद में उस वक्त टूट गया था, जब इसी नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर गुस्साई कांग्रेस ने दोनों सदनों में सारे कामकाज को ठप कर दिया था। कांग्रेस का कहना था कि सत्तापक्ष का एक सदस्य उनके नेताओं को ‘परेशान’ कर रहा है।