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नॉर्थ कोरिया के साथ बातचीत या तो नाकाम होगी या बहुत बड़ी कामयाबी मिलेगी: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन के साथ अपनी प्रस्तावित बातचीत को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया से बातचीत या तो बिना किसी नतीजे के खत्म होगी या फिर यह ‘दुनिया के लिए सबसे बड़ी डील’ होगी जिससे दोनों देशों के बीच तनाव घटेगा।नॉर्थ कोरिया के साथ बातचीत या तो नाकाम होगी या बहुत बड़ी कामयाबी मिलेगी: ट्रंप

वेस्टर्न पेंसिलवेनिया में शनिवार को रिपब्लिकन कांग्रेसनल कैंडिडेट रिक सैकोन के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर उन्हें लगा कि बातचीत में प्रगति संभव नहीं है तो वह जल्द ही उसे छोड़ देंगे। ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि उत्तर कोरिया शांति चाहता है और यह उसके लिए सबसे उपयुक्त समय है। 

ट्रंप और किम की मुलाकात का समय और स्थान अभी तय नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि यह मुलाकात मई के आखिर में हो सकती है। ट्रंप ने कहा, ‘किसे पता कि क्या होने वाला है?’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर मुलाकात होती है तो मैं या तो तेजी से बातचीत को छोड़ दूंगा या हम एक साथ बैठकर दुनिया के लिए सबसे शानदार समझौता करेंगे।’

ट्रंप ने गुरुवार को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात का चौंकाने वाला ऐलान किया था। दरअसल वाइट हाउस का दौरा करने आए दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल ने ट्रंप को उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन के बातचीत के न्योते की जानकारी दी थी। 

इससे पहले वॉशिंगटन में ट्रंप ने संभावित बातचीत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन के लिए कहा था कि उत्तर कोरिया इस बात पर सहमत हो गया है कि जबतक प्रस्तावित मुलाकात नहीं होती, तब तक वह कोई मिसाइल परीक्षण नहीं करेगा। 

ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा, ‘उत्तर कोरिया ने 28 नवंबर 2017 के बाद से कोई भी मिसाइल परीक्षण नहीं किया है और वादा किया है कि हमारी मुलाकात होने तक वह ऐसा नहीं करेगा। मुझे यकीन है कि वे इस प्रतिबद्धता का सम्मान करेंगे।’ 

किम के साथ बातचीत के ऐलान के बाद ट्रंप प्रशासन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं आलोचनाओं का जवाब देते हुए वाइट हाउस ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया को चेतावनी दी थी कि जब तक प्योंगयांग अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर कोई ‘ठोस कदम’ नहीं उठाता, तबतक कोई शिखर वार्ता नहीं होगी। 

ट्रंप द्वारा किम से मिलने के अचानक लिए गए फैसले से खुद उनके प्रशासन के लोग भी हैरान हुए थे। स्टेट डिपार्टमेंट के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ‘उम्मीद है कि बातचीत सार्थक नतीजे की तरफ बढ़ेगी और हम बातचीत के लिए तैयार हैं।’ 

कुछ अमेरिकी अधिकारी और विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि बातचीत का न्योता उत्तर कोरिया की चाल है और हो सकता है कि वह इसके जरिए अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए और समय चाहता हो। 

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