‘नो ऑपरेशन’ पर बोले डीजीपी, हमें जो सही लगेगा वह करेंगे
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में रमजान के दौरान ‘नो ऑपरेशन’ यानी आतंकियों पर गोलियां नहीं चलाने का ऐलान पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने केंद्र के इस फैसले को सकारात्मक बताया। हालांकि, डीजीपी का कहना है कि आंतकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए उन्हें जो सही लगेगा वही करेंगे। डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा, हमें उम्मीद है कि केंद्र के इस फैसले से लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसी महीने शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर उन्होंने कहा, केंद्र के इस फैसले के बाद हमें उम्मीद है कि अमरनाथ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कराया जा सकेगा। घाटी में भी एक बेहतर माहौल स्थापित करने में मदद मिलेगी। डीजीपी एसपी वैद्य से पहले भारतीय सेना ने भी घाटी में एकतरफा सीजफायर के फैसले को सही बताते हुए इसकी तारीफ की। वहीं, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हालिया हमले पर डीजीपी वैद्य ने कहा, “लश्कर का बयान उसकी अपनी सोच है और हम वही करेंगे जो हमें सही लगता है। उधर, 16 मई को लश्कर-ए-तैयबा ने केंद्र के सीजफायर फैसले का विरोध किया था। लश्कर ने कहा था कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं हो सकता, हमले रमजान में भी जारी रहेंगे। वहीँ कुछ दिन पहले गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों को आदेश दिया है कि रमजान के पवित्र महीने में सुरक्षा बल कोई सैन्य ऑपरेशन न करे, यह फैसला केंद्र सरकार ने शांति व्यवस्था में यकीन रखने वाले मुसलमानों को देखते हुए लिया। इस फैसले से उन्हें रमजान के दौरान कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वह शांतिपूर्ण तरीके से रह सकेंगे। गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर यह भी कहा कि इस्लाम से आतंक और हिंसा को अलग करना जरूरी है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि जब तक मासूम जनता पर कोई आतंकी हमला ना हो तब तक फायरिंग न करें। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि यह फैसला मुस्लिम भाई, बहनों की हिफाजत के लिए लिया गया है, ताकि वे रमजान के दौरान अमन-चैन से रह सकें।