नई दिल्ली: नोटबंदी पर संसद में सरकार को घेरने की साझा रणनीति बनाने के लिए विपक्षी दलों की बैठक शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर सोमवार को भी संसद में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। बुधवार से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में विपक्ष लगातार नोटबंदी के मुद्दे को लेकर आक्रामक है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के विवादित बयान ने सरकार को विपक्ष पर हावी होने का मौका जरूर दिया, पर सोमवार से विपक्ष साझा रणनीति के तहत सरकार पर हल्ला बोलेगा। कांग्रेस ने सदन में मौजूद रहने के लिए अपने सांसदों को विप जारी किया है, वहीं दिल्ली में सोमवार सुबह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का एक ATM पर पहुंचकर लोगों से बात करना भी, यह साफ कर रहा है कि कांग्रेस अभी नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार को ‘बख्शने’ के मूड में नहीं है।
संसद में जाने से पहले साझा रणनीति बनाने के लिए विपक्षी दलों की बैठक शुरू हो गई है। संसद में विपक्ष एक बार फिर नोटबंदी की जानकारी कथित तौर पर चुनिंदा लोगों के लिए लीक किए जाने के मामले को फिर उठाएगा और संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग दोहराई जाएगी। हालांकि सरकार इस मांग को पहले ही खारिज कर चुकी है, पर विपक्षी खेमे के सूत्रों ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बारे में कुछ लोगों को पहले से जानकारी होने की समग्र जांच की जरूरत के बारे में सभी दलों में एकजुटता है। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि कांग्रेस नोटबंदी पर चर्चा प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कराए जाने पर जोर देगी।