अन्तर्राष्ट्रीय
नोबेल विजेता बोले-युद्ध में दुष्कर्म से पीड़ित लोगों की करें मदद
कांगो के डॉक्टर डेनिस मुकवेगे और यजीदी कार्यकर्ता नादिया मुराद को सोमवार को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दोनों ने संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार स्वीकार करते हुए अपने भाषण में संघर्ष क्षेत्र में फंसी महिलाओं और बच्चों के मामले में उदासीन बने रहने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना की।
मुकवेगे ने कहा, अगर एक युद्ध ही शुरू करना है तो फिर यह उदासीनता के खिलाफ होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे समाज को खाए जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंसा हमारी मानवता को शर्मसार करती है।
वहीं यजीदी कार्यकर्ता मुराद ने वैश्विक समुदाय से जिहादियों के कब्जे में फंसी महिलाओं और लड़कियों को मुक्त कराने में मदद करने की अपील की।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से असुरक्षित समुदायों की मदद करने की मांग की। मुराद भाषण के दौरान अपनी भावनाओं पर काबू पाने की कोशिश करते हुए बोलीं, मेरे विचार से सभी पीड़ितों को तब तक एक सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराना चाहिए जब तक उनके साथ न्याय नहीं हो जाता।