नयी दिल्ली (एजेंसी) । अपनी नौकरानी की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार बसपा सांसद धनंजय सिंह और उनकी पत्नी जागति को यहां की एक अदालत ने आज चार दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दरअसल दिल्ली पुलिस ने अदालत में कहा कि उसे कुछ रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बारे में बाद में आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। उत्तर प्रदेश के जौनपुर निर्वाचन क्षेत्र से बसपा सांसद धनंजय और उनकी पत्नी जागति को पांच दिनों की पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने पर आज मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा के समक्ष पेश किया गया। जागति यहां राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दंत चिकित्सक हैं। धनंजय और जागृति को पश्चिम बंगाल निवासी उनकी 35 वर्षीय नौकरानी राखी भद्रा की हत्या के सिलसिले में 5 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने अपनी एक अर्जी में कहा है कि डिजीटल वीडियो रिकार्डर :डीवीआर: से उनका आमना सामना कराने के लिए आगे भी पुलिस हिरासत की जरूरत पड़ेगी। डीवीआर को जांच के लिए और विशेषज्ञों की राय के लिए यहां रोहिणी स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया है। अतिरिक्त सरकारी वकील मुकुल कुमार ने अदालत को बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों को डीवीआर के डाटा को प्राप्त करने के लिए कुछ समय चाहिए और रिपोर्ट एवं विचारों से आमना सामना कराने के लिए वे बाद में आरोपी को हिरासत में ले सकते हैं। धनंजय ने पुलिस को डीवीआर मुहैया किया था।मजिस्ट्रेट ने पुलिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और दोनों आरोपियों को 15 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कार्यवाही के दौरान धनंजय ने एक याचिका देकर जमानत की मांग की और अदालत ने पुलिस को अपना जवाब 15 दिनों में सौंपने का निर्देश दिया। उस दिन यह याचिका पर सुनवाई करेगी। अभियोजक ने अदालत को बताया कि इस वक्त आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की जरूरत है क्योंकि कुछ और साक्ष्य इस दौरान जुटाए जाएंगे। धनंजय की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता हरिहरण ने दावा किया कि पांच दिन की पुलिस हिरासत में कुछ भी सामने नहीं आया और पुलिस अब अपनी अर्जी में उनके मुवक्किल को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग कर रही है यह सोच कर कि उन्हें इस अवधि के दौरान कुछ मिल जाए। अभियोजन पक्ष ने इसके जवाब में कहा प्रयोगशाला रिपोर्ट मिलने पर हम आरोपियों का उनसे आमना सामना करा सकते हैं।