पंजाब में त्रिशंकु, भाजपा-अकाली गठबंधन तीसरे नंबर पर
नई दिल्ली। पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त सत्ता विरोधी लहर चलने का अनुमान है। चुनाव में किसी भी दल या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। यह खुलासा इंडिया टुडे ग्रुप के लिए एक्सिस-माई-इंडिया के ओपिनियन पोल में हुआ है।
इसके मुताबिक पंजाब में आज की तारीख में चुनाव कराए जाएं तो कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी। दूसरे नंबर पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) है। वहीं, सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन की हालत खस्ता है, जो तीसरे नंबर पर रहेगा। ओपिनियन पोल में सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों से 6,552 लोगों की राय ली गई।
किसे-कितनी सीटें
कांग्रेस-49-55
आप-42-46
अकाली-भाजपा-17-21
अन्य-3-7
ओपिनियन पोल के मुताबिक 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस को 49-55 सीटें मिल सकती है। आम आदमी पार्टी को 42-46 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, अकाली दल-भाजपा को 17-21 सीटों पर ही संतोष करना होगा। अन्य को 3-7 सीटें मिल सकती हैं।
राज्य में सत्ता विरोधी रूझान का स्तर 61-71 फीसदी है। 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से सत्तारूढ़ अकाली दल-भाजपा गठबंधन के वोट शेयर से 22 फीसदी वोट छिटक कर “आप” के पाले में चले गए हैं। जबकि इस गठबंधन के 19 फीसदी वोट कांग्रेस की ओर भी शिफ्ट हुए हैं।