उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक चढ़ता पारा गर्मी से बेचैनी बढ़ा रहा है। दून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार, जबकि मसूरी का पांच डिग्री अधिक रिकॉर्ड किया गया। अभी इसमें और इजाफा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दो से तीन दिन तक पहाड़ों से लेकर मैदान तक अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हो सकती है। रविवार को दून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 39.4 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मसूरी का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 28.2 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
शहर में 11 बजे ही तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पहुंचते ही सड़कों में लोगों की आवाजाही कम हो रही है। तेज धूप और लू के थपेड़ों से बचते लोग शहर के पार्कों एवं सड़क किनारे पेड़ की छाया तलाश रहे थे। उधर, चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमनोत्री में दिनभर धूप खिली रहने से मौसम रमणीय रहा। पर्यटक स्थल नैनीताल में दिन के समय गर्मी से सैलानी परेशान रहे।
उत्तरकाशी में पारा 36 डिग्री पार होने से गर्मी से लोग बेहाल दिखे। प्रदेश में सबसे अधिक गर्मी रुड़की में महसूस की गई, यहां तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि दो से तीन दिन तक प्रदेश में तापमान बढ़ सकता है। 21 जून के करीब प्री मानसून प्रदेश में सक्रिय होने की संभावना है। इससे गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
पर्यटक स्थल लच्छीवाला में पर्यटकों की भी भीड़ उमड़ रही है। इसके चलते वन विभाग को पर्यटकों को गेट पर ही रोकना पड़ रहा है। लच्छीवाला पिकनिक स्थल पर पर्यटन सीजन शुरू होते ही हजारों की संख्या में स्थानीय व बाहरी क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे है। प्राकृतिक स्रोत का जमकर लुत्फ उठाने के साथ पर्यटक नौका बिहार का भी आनंद उठा रहे हैं।
रेंज अधिकारी घनानंद उनियाल ने बताया कि लच्छीवाला पिकनिक स्थल पर रविवार को छुट्टी के दिन लगभग 10122 पर्यटक पहुंचे। इसके चलते कई बार गेटों को बंद करना पड़ा। पिकनिक स्थल में प्राकृतिक जल स्रोत में पांच झीलें बनाई हुई है।
झील में वोटिंग की व्यवस्था भी की गई है। रबर ट्यूब के माध्यम से भी पर्यटक स्नान का लुत्फ उठाते हैं। वही प्राकृतिक झील के पास गोल्डन पार्क, तुलसी पार्क, गंगा वाटिका व नमामि गंगे की तर्ज पर कई अच्छे संदेश देने वाली वाटिका भी बनी हुई है। वही वन्यजीवों से संबंधित पार्क में स्टेच्यू भी बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि भीड़ का यह आलम रहा की गेट के बाहर सुबह से लेकर शाम तक भारी भीड़ के चलते गेट को बंद करना पड़ रहा है।
गुच्चूपानी में पहुंचे एक लाख से अधिक पर्यटक
पर्यटन स्थलों पर भीड़ पर काबू पाने में पुलिस को जमकर पसीना बहाना पड़ा। गुच्चूपानी में तो दोपहर में एक लाख से अधिक पर्यटक आ पहुंचे तो हालात काबू में करने के लिए पीएसी बुलानी पड़ी। वहीं, गुच्चूपानी समेत मालदेवता और सहस्रधारा में भी पर्यटकों का जमावड़ा लग रहा है।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि शनिवार को ही गुच्चूपानी, मालदेवता और सहस्रधारा में अतिरिक्त फोर्स लगा दी गई थी। रविवार की सुबह उम्मीद से कहीं अधिक भीड़ इन पर्यटन स्थलों पर पहुंचने लगी। दोपहर में तो गुच्चूपानी में पर्यटकों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच गई। इसके बाद मौके पर पीएसी लगानी पड़ी। उधर, सहस्रधारा और मालदेवता में भी सुबह से शाम तक पर्यटकों की रेलमपेल रही।
पार्किंग को लेकर हुई तीखी बहस
पर्यटन स्थलों पर उमड़ी भीड़ में तमाम लोगों को गाडिय़ां खड़ी करने की जगह नहीं मिली। वहीं जिन्होंने सुबह ही पार्किंग में गाडिय़ां खड़ी कर दी थीं, उन्हें दोपहर में गाड़ी निकालने में मुश्किलें पेश आईं। इस दौरान पर्यटकों में तीखी बहस भी हुई।