राजनीति
पर्रिकर के लिए दु:खती रग साबित हुआ कश्मीर
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि कश्मीर जैसे मुद्दों पर कम चर्चा और अधिक कार्रवाई की आवश्यकता है, क्योंकि जब आप चर्चा के लिए बैठते हैं तो मामले और जटिल होते चले जाते हैं। गौरतलब है कि कश्मीर मामले में बढ़ते दबाव के कारण ही पर्रिकर ने रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा देते हुए गोवा का मुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया था।
अत: जब उनसे कोई कश्मीर की बात करता है तो उन्हें लगने लगता है कि किसी ने उनकी दु:खती रग पकड़ ली है। और वो कहने लगते हैं कि कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों की वजह से ही उन्होंने रक्षामंत्री का पद छोड़कर फिर से गोवा का मुख्यमंत्री बनने का फैसला किया है। यहां सवाल यही है कि आखिर पर्रिकर कश्मीर मुद्दे को लेकर किस तरह का दबाव महसूस कर रहे थे? यह और बता देते तो शायद पर्दे के पीछे की तस्वीर भी स्पष्ट हो जाती।