देहरादून: पूर्व थल सेनाध्यक्ष और केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह का कहना है कि उत्तराखंड के सीमावर्ती जिलों में पलायन से सीमाओं को कोई खतरा नहीं है। राज्य में उनके अनुरूप काम नहीं है और वह काम की तलाश में दूसरी जगह जाते हैं। उत्तराखंड में नई सरकार है, वह उनकी समस्याओं पर जरूर ध्यान देगी। देहरादून में मीडियो से बातचीत में वीके सिंह ने उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन द्वारा घुसपैठ को नकारते हुए कहा कि चीन की गतिविधियां सिर्फ अपने इलाके तक सीमित हैं। ये जरूर है कि पिछले पचास साल से चीन की विस्तारवादी नीति के चलते बाड़ाहोती सीमा विवाद में उलझा हुआ है।
हालांकि चीन के साथ भारत के व्यापारिक संबंध काफी अच्छे हैं। इससे पहले देहरादून के वेल्हम व्बायज स्कूल में पहली बार आयोजित मिलिट्री हिस्ट्री सेमीनार के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि वीके सिंह ने ‘स्कूल व कालेज में सैन्य इतिहास का महत्व’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने पहले स्वाधीनता संग्राम के बाद जिस तरह से डिवाइड एंड रूल के तहत भारत में शासन किया। आजादी के बहुत सालों तक सत्तारूढ़ दलों ने भी अपरोक्ष रूप से कमोवेश यही नीति अपनाई। इसी का असर है कि देश आज भी अलग-अलग समुदाय में बंटा हुआ है।
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