क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंडा गर्बर कित्रोविच ने ब्रिटीश प्रधानमंत्री थेरेसा मई को क्रोएशिया की फुटबॉल जर्सी भेंट की थी। बहरहाल, क्रोएशिया के एक दर्शक ने कहा कि हम बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। पिछली बार हमने युद्ध और आजादी के बाद 1998 में सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। हमने दर्शाया कि जीत सकते हैं। यह छोटे देश के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं।
एक फैन ने कहा कि देशवासियों को अपने गम मिटाने का एक मौका मिला है। क्रोएशिया में नौकरियों की कमी है, पैसों की कमी है। राजनेता अपनी जेब भरने में लगे हैं। मगर आज जनता खुश है। इस जीत ने उन्हें कुछ समय के लिए सारी दिक्कतों से बाहर निकाल दिया है। क्रोएशिया के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय हीरोज की तरह देखा जा रहा है।
बता दें कि क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिच ने एक्स्ट्रा टाइम में गोल दागकर टीम को पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया। उन्होंने 109वें मिनट में गोल किया। इससे पहले फुलटाइम तक क्रोएशिया और इंग्लैंड का स्कोर 1-1 से बराबर था। इंग्लैंड के ट्रिपियर ने मैच का पहला गोल दागा। फिर 68वें मिनट में क्रोएशियाई स्ट्राइकर इवान पेरिसिच ने गोल दागकर स्कोर बराबर किया।