पाक ने आतंकियों के कवरेज पर लगाई रोक
दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
इस्लामाबाद: आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान आए दिन चर्चा में रहता है और इसको लेकर भारत और अमेरिका ने भी कई बार उसे चेताया है। वहीं पाकिस्तान ने आतंकवाद पर कार्रवाई के तौर पर जमात-उद-दवा (जेयूडी) जैसे आतंकवादी संगठनों के मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी और इस तरह उसने पहली बार मान लिया कि मुंबई हमले के कथित साजिशकर्त्ता हाफिज सईद की अगुवाई वाला संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा है। पाकिस्तान इलेक्ट्रोनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध के तहत सभी सेटेलाईट टीवी चैनलों और एफएम रेडियो पर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जमात-उद-दवा, फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के कवरेज पर पाबंदी लगाते हुए अधिसूचना जारी की। पीईएमआरए अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘जमात-उद-दवा और फलह-ए-इनसानियत फाउंडेशन लश्कर ए तैयबा की अन्य शाखाए हैं।’’ यह पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान सरकार के किसी विभाग ने माना है कि जेयूडी और एफआईएफ लश्कर-ए-तैयबा की अन्य शाखाए हैं। पीईएमआरए की अधिसूचना के मुताबिक 60 प्रतिबंधित संगठन और 12 अन्य निगरानी सूची में हैं। अधिसूचना के अनुसार इन संगठनों के खिलाफ यह कार्रवाई राष्ट्रीय कार्ययोजना के तहत की गई है। पीईएमआरए ने चेतावनी दी, ‘‘पाकिस्तानी सेटेलाईट टीवी चैनल और एफएम रेडियो को निर्देश का कड़ाई से पालन करना चाहिए तथा आचार संहिता का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है या लाइसेंस खत्म किया जा सकता है।’’ अथॉरिटी ने इलेक्ट्रोनिक मीडिया पर सामाजिक कार्य के नाम पर धन जुटाने के लिए इन तीन संगठनों के किसी विज्ञापन को चलाने से रोक लगा दी है। इसी बीच कुछ स्थानीय चैनलों ने पीईएमआरए अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि आतंरिक मंत्रालय ने उन्हें इन तीन संगठनों पर रोक लगाने का निर्देश नहीं दिया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह कदम प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति को दिए गए इस आश्वासन से संबंधित है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामजद आतंकवादियों एवं लश्कर-ए-तैयबा समेत आतंकवादी संगठनों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के तहत अंतर्राष्ट्रीय कटिबद्धताओं एवं बाध्यताओं के तहत प्रभावी कार्रवाई करेगा।