पाकिस्तान करेगा ऐतिहासिक कटासराज मंदिर का जीर्णोद्धार
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने इस्लामाबाद के पास स्थित ऐतिहासिक कटासराज मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार करने और पहले ज्यादा श्रद्धालुओं को वहां की यात्रा करने की इजाजत देने की योजना बनाई है। इस बीच पाकिस्तान की यात्रा पर आए 120 से अधिक भारतीय श्रद्धालुओं ने दोनों देशों के बीच शांति के लिए प्राचीन धार्मिक मंदिर में प्रार्थना की।
करीब 124 तीर्थयात्री दो दिन की यात्रा पर शुक्रवार को देश की राजधानी इस्लामाबाद के पास स्थित चकवाल जिला स्थित पवित्र कटासराज मंदिर पहुंचे, जहां उनके स्वागत के लिए आधिकारिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंदिर में इस मौके पर बोलते हुए ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ईटीपीबी) अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दिकी फारूक ने कहा कि दोनों देशों के लोगों ने हमेशा ही दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक शांति और प्यार का सपना देखा है। यह तभी संभव होगा जब दोनों सरकारें इसे प्राप्त करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाएंगी।
फारूक ने कहा, ‘हालांकि बंटवारे से दोनों देशों के लोगों को अपूर्णीय क्षति हुई, बंटवारा एक वास्तविकता है और हमें यह कड़वी सच्चाई स्वीकार करके आगे बढ़ना चाहिए। (आगे बढ़ने का) सबसे बढ़िया तरीका यह हो सकता है कि हम एक दूसरे के लिए अपने दिल खोलें।’ उन्होंने कहा कि ईटीपीबी मंदिर परिसर में सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है और एक रेस्त्रां के अलावा 30 कमरों का एक हास्टल पहले ही बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए मंदिरों की संख्या बढ़ायी जाएगी।
वहीं तीर्थयात्रियों के कारवां के नेता शिव प्रताप बजाज ने कहा, ‘मुझे आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले दिसंबर में 85 तीर्थयात्री आए थे, इस बार 124 आए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले दिसंबर में मैंने तीर्थयात्रियों के लिए एक हॉस्टल की मांग की थी और इस बार मुझे बहुत खुशी हो रही है कि निर्माण कार्य जारी है।’
भगवान शिव को समर्पित कटासराज मंदिर के बारे में मान्यता है कि यह मंदिर महाभारत काल में भी मौजूद था। पाकिस्तान सरकार मंदिर को विश्व विरासत स्थल के दर्जे के लिए नामांकित करने पर विचार कर रहा है।