पाकिस्तान में उम्मीदवारों के लिए हाफिज सईद ने किया प्रचार, कश्मीर की आजादी का अलापा राग
अपनी नापाक हरकतों की वजह से हाफिज सईद की पोल पूरी दुनिया के सामने खुल गई है। चूंकि उसपर हर तरफ से दबाव बन रहा है इसी वजह से उसने राजनीति में आने का फैसला किया है। हालांकि उसके आतंकी संगठन जमात-उद-दावा से संबंध रखने की वजह से पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग को चुनाव आयोग ने पंजीकृत नहीं किया। जिस कारण उसने अल्लाह-हो-अकबर नाम की कम जानी-पहचानी लेकिन पंजीकृत पार्टी से अपने उम्मीदवारों को उतार दिया है। अपने प्रत्याशियों के समर्थन में वह लगातार रैलियां कर रहा है।
शुक्रवार को सईद फैसलाबाद में रैली को संबोधित कर रहा था। इसी दौरान उसने कहा कि पाकिस्तान को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। भारत इस काम के लिए शेख मुजीबुर्रहमान के इंतजार में है। बलूचिस्तान को लेकर उसने कहा कि अमेरिका से लेकर भारत तक सभी गलत खबरें फैलाकर बलूचिस्तान के लोगों को भड़का रहे हैं। रैली में उसने कहा कि पाकिस्तान के पास ऐसी तकनीक है जिससे भारत के साथ ही अमेरिका से लेकर रूस तक घुटने टेक सकते हैं।
सईद ने कहा कि हम पाकिस्तान को एक मजबूत प्रतिनिधित्व देने के लिए राजनीति में आए हैं जो पाकिस्तान की किस्मत बदल देगी। हम अपने चुनाव प्रचार को पारंपरिक तरीके से नहीं चला रहे हैं। उसने कहा कि राजनीतिज्ञों ने राजनीति को एक लाभदायक व्यापार बना दिया है। जीतने के बाद हम कोई व्यापार नहीं करेंगे। हम पाकिस्तान के अधिकारों के लिए लड़ेंगे। हम अपने मामलों में विदेशियों के हस्तक्षेप को बंद करेंगे। उसने कहा कि कश्मीर भारत के हाथ से निकल रहा है। हम कश्मीरियों को आजाद कराने में मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सऊद ने निशाना साधा। उसने पीएम को धमकी देते हुए कहा कि मोदी तेरे लिए खतरा ना हो तो फिर बात ही क्या है। आम चुनाव में सईद ने अपने 200 उम्मीदवारों को उतारा है। जिसमें उसका बेटा ल्हा और दामाद भी शामिल है।