राष्ट्रीय
पाकिस्तानी लड़की को मिली भारत की सिटीजनशिप, लड़ी 14 साल लंबी लड़ाई
जबलपुर.8 दिसंबर 1983 को पाकिस्तान के कराची शहर में जन्मी आयशा को अाखिरकार 14 साल बाद भारत की नागरिकता हासिल हो गई है। वैसे तो आयशा की तरफ से सन् 2002 से ही सरकार की तरफ अर्जी दाखिल कर दी गई थी, लेकिन किन्हीं कारणवश यह आवेदन अड़चनों में उलझता रहा। शासन द्वारा दोबारा वर्ष 2009 में आए नए रूल्स के हिसाब से अावेदन करने कहा गया। इसके बाद नए नियम के साथ कलेक्टर द्वारा शासन को आवेदन भेजा गया।
जबलपुर भानतलैया के रहने वाले शमसुद्दीन का विवाह 8 जनवरी 1981 को पाकिस्तान की नागरिक नजमुस्सेहर से हुआ था। शादी के बाद भी नजमुस्सेहर का पाकिस्तान आना-जाना रहा।