पार्टनर के ख्याल भर से मिलेगा तनाव से छुटकारा, अपनाये ये तरीके
जब आप तनाव में हों तो अपने पार्टनर के बारे में सोचिए, आपको राहत मिलेगी. ऐसा हम नहीं, बल्कि एक स्टडी के नतीजे कह रहे हैं. स्टडी में दावा किया गया है कि तनाव में होने पर पार्टनर का ख्याल करने से ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता है.
शोधकर्ताओं ने स्ट्रेस दूर करने के लिए 100 से ज्यादा वॉलंटियर्स से अपने पैर ठंडे पानी में रखने के लिए कहा. शोधकर्ताओं ने पाया कि टेंपरेरी हाइपरटेंशन को रोकने में पार्टनर का ख्याल मददगार है. शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि किसी महत्वपूर्ण एग्जाम या ऑपरेशन के दौरान होने वाले अत्यधिक तनाव में अपने साथी के बारे में सोचना कारगर साबित होगा. यह रिसर्च यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना ने की है और इसका नेतृत्व डॉक्टोरल स्टूडेंट केल बोरासा ने किया है.
बोरोसा ने कहा, हमारी जिंदगी तनाव से भरी है और हम इससे केवल रिश्तों के सहारे ही पार पा सकते हैं- या तो हम पार्टनर से सीधे बात करके या फिर दिमाग में उस इंसान की एक तस्वीर लाकर. ऑफिस से लेकर एग्जाम्स या ऑपरेशन तक कई सारी ऐसी परिस्थितियां होती हैं जब हम इस तरीके से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करके राहत पा सकते हैं.
उन्होंने कहा, ये नतीजे तनाव से छुटकारा पाने में व्यावहारिक तरीकों पर आधारित हैं इसलिए काफी असरदार साबित होंगे.
इस स्टडी में 102 लोगों को शामिल किया गया था जो कमिटेड रिलेशनशिप में थे. स्टडी में यह जांच की गई कि हाइपरटेंशन से निपटने में जीवनसाथी की क्या भूमिका हो सकती है.
प्रतिभागियों को 3.3°C (38°F) से 4.4°C (40°F) ठंडे पानी में एक मिनट तक पैर रखने के लिए कहा. ठंडे पानी से नर्व्स में एक रिएक्शन होता है जिससे ब्लड वेसल्स संकरी हो जाती है और इससे क्षणिक हाइपरटेंशन होता है. इसी दौरान प्रतिभागियों के सामने उनके पार्टनर को रहने के लिए कहा गया या फिर उन्हें उनके बारे में सोचने के लिए कहा गया.
नतीजों में पाया गया कि जिन लोगों के पार्टनर उस दौरान मौजूद रहे या जिन प्रतिभागियों ने पार्टनर के बारे में सोचा, उनका ब्लड प्रेशर दूसरे प्रतिभागियों की तुलना में कम रहा.
इस दौरान उन लोगों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ जो रिलेशनशिप में बेहद खुश और संतुष्ट थे. बोरोसा ने बताया, इस स्टडी से यह भी पता चलता है कि रिलेशनशिप में खुश रहने वालों की सेहत सिंगल रहने वालों से ज्यादा अच्छी क्यों होती है.
NHS के मुताबिक, 140/90mmHg या इससे ऊपर ब्लड प्रेशर हाई होता है जबकि 90/60mmHg और 120/80mmHg के बीच की रीडिंग आदर्श है.