पार्टी छोड़ने वाले विधायक पर भड़कीं मायावती, कहा- कांग्रेस गैर-भरोसेमंद व धोखेबाज पार्टी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर बसपा विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ऐसा कर कांग्रेस ने फिर एक बार गैर भरोसेमंद और धोखेबाज होने का प्रमाण दे दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा तब है जब बसपा कांग्रेस को बाहर से समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने कटु विरोधियों से लड़ने की जगह उन पार्टियों को आघात पहुंचा रही है। जो उन्हें सहयोग व समर्थन देते रहे हैं। कांग्रेस एससी, एसटी व ओबीसी विरोधी पार्टी है और इन वर्गों के आरक्षण के लिए कभी कुछ नहीं किया।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर व उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही। इसी कारण डॉ. आंबेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें न तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और न ही भारतरत्न से सम्मानित किया।
ये बसपा विधायक कांग्रेस में हुए शामिल
दरअसल, बसपा के सभी छह विधायक सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए, जो कि अब तक बाहर से कांग्रेस को समर्थन दे रहे थे। बसपा विधायकों ने सोमवार देर रात कांग्रेस की सदस्यता ली। रात 10:30 बजे सभी विधायक विधानसभा पहुंचे और कांग्रेस में शामिल हुए।
इन विधायकों में राजेन्द्र गुढा (विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली (विधायक, नगर), लाखन सिंह मीणा (विधायक, करोली), संदीप यादव (विधायक, तिजारा) और बसपा विधायक दीपचंद खेरिया शामिल हैं।