पासवान का बड़ा बयान, सब्सिडी की तरह अमीर दलितों को छोड़ देना चाहिए आरक्षण
अंग्रेजी अखबार टीओआई से बातचीत में चिराग ने कहा कि ‘मैं समाज को किसी भी तरह के जातिवाद से रहित देखना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि आरक्षण छो़ड़ने का फैसला स्वेच्छा से होना चाहिए न कि जोर-जबरदस्ती से. ऐसा हो जाने पर जरूरतमंदों को आरक्षण का लाभ मिल पाएगा.
चिराग ने कहा कि वह बिहार से आते हैं. जहां जातिगत समीकरण हावी रहते हैं. पासवान ने कहा कि जाति से मुक्त समाज का सपना पूरा करने में बिहार और यूपी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
वहीं जब उनसे पूछा गया कि यूपी और पंजाब में ओबीसी और दलितों नेताओं को अध्यक्ष बनाकर क्या बीजेपी जाति की राजनीति कर रही है तो उनका कहना था कि यह अच्छी बात है कि बीजेपी सभी वर्गों को साथ लेकर चल रही है और प्रतिभावान नेताओं को आगे ला रही है.
वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका शासन प्रदेश में 5 सालों तक वह चाहती तो दलितों को आगे ला सकती थीं. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.