पूरी रात दर्द से तड़पती रही प्रसूता, सुबह आधी डिलीवरी कर निकाल दिया अस्पताल से बाहर…
हाल ही में डॉक्टरों की लापरवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है कि सुनकर आप सभी को झटका लगने वाला है. इस मामले को भागलपुर, बिहार के सदर अस्पताल का बताया जा रहा है. इस में गर्भवती महिला रात भर 9 घंटे तक दर्द से तड़पती रही, लेकिन डॉक्टरों ने उसे नहीं देखा. वहीं उसके बाद सुबह 7:00 बजे नर्सों ने डिलीवरी की कोशिश की, लेकिन नवजात का केवल एक पैर और नाभि नाभी कॉड बाहर आया उसके बाद प्रसव नहीं हो सका और इस मामले में हॉस्पिटल में किसी भी डॉक्टर को नहीं बुलाया गया. बताया जा रहा है कि उसके बाद आधी डिलीवरी में ही नर्सों ने प्रसूता को लेबर रूम से बाहर निकाला, जिसके बाद उसे निजी क्लीनिक पहुंचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने महज 10 मिनट में ही महिला की नॉर्मल डिलीवरी कर दी.
इस मामले में महिला की जान तो बच गई लेकिन उसके बच्चे की मौत हो गई. बताया गया है इस मामले में परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रभारी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है और मामले की जांच की अपील की है. इस मामले को तातारपुर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है जहाँ रहने वाले अजय रजक की पत्नी निशा को गुरुवार रात 10:00 बजे सदर अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां कोई डॉक्टर नहीं था. वहां नर्सों ने जांच की और कहा- सुबह नॉर्मल डिलीवरी होगी.
उसके बाद निशा पूरी रात दर्द से तड़पती रही, लेकिन किसी भी डॉक्टर को नहीं बुलाया गया. वहीं अगले दिन यानी शुक्रवार सुबह नर्सें निशा को लेबर रूम में ले गए, जहां उन्होंने प्रसव करने की कोशिश की, लेकिन निशा की हालत बिगड़ती देख सभी नर्सों ने उसे लेबर रूम से बाहर निकाल दिया. वहीं उसके बाद महिला को निजी क्लीनिक में भर्ती किया जहाँ डॉक्टर्स ने महिला की नॉर्मल डिलीवरी कर दी.