पूरे हफ्ते काम करके वीकेंड में ज्यादा सोने से नहीं सुधरेगी सेहत, करना होगा ये काम
आज कल वर्कलोड इतना ज्यादा है कि अब सोने के लिए भी टाइम निकालना पड़ता है. हम लोग पूरे हफ्ते खूब मेहनत के साथ काम करते हैं और न जाने कितनी बार अपनी नींद के साथ समझौता करते हैं, और फिर वीकेंड के आते ही पूरे दिन सोते हैं. अब ये बात पहली नजर में ठीक लगती है क्योंकि हमें अपनी थकान तो दूर करनी है, लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक, ऐसा करने से आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
करंट बायोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, आपका वीकेंड पर ज्यादा आराम करना आपकी खोई हुई नींद की भरपाई नहीं कर सकता है. वीकेंड पर सोने से आपको बस थोड़े समय के लिए अच्छा लगेगा और फिर दोबारा थकावट महसूस होने लगेगी.
बता दें, ये स्टडी इतनी महत्वपूर्ण इसलिए बन जाती है क्योंकि पिछले साल भी एक रिसर्च की गई थी और दावा किया गया था कि वीकेंड पर सोने से आपकी हफ्तेभर की खोई हुई नींद की भरपाई हो सकती है और जल्दी मौत होने का खतरा भी टल सकता है. लेकिन डॉक्टर गोल्डस्टीन के मुताबिक इस दिनचर्या के चलते हमारी सिरकाडियन क्लाक पर असर पड़ता है. उनके अनुसार जब हम लंबे समय तक सोते नहीं है तो हमारे बॉडी हार्मोन्स पर असर पड़ता है.
बता दें, रात के 9 बजे के बाद हमारी बॉडी में मेलाटोनिन नाम का हार्मोन निकलता है जिसके चलते हमें नींद आती है और सुबह दिन में इस हार्मोन का सीक्रेशन कम हो जाता है. लेकिन देर तक जागने और सोने के चलते हमारी सिरकाडियन क्लॉक पर नकारात्मक असर पड़ता है.सिर्फ यहीं नहीं इस प्रकार की दिनचर्या के चलते आपको रात में देर तक नींद नहीं आती है और कई बार सुबह भी उम्मीद से जल्दी नींद टूट जाती है.
गोल्डस्टीन के मुताबिक, पूरे हफ्ते कम सोने के चलते लोगों में कैंसर की समस्या बढ़ रही है और उनकी समय से पहले मृत्यु भी हो सकती है. इस स्टडी में ये भी दावा किया गया है कि कम सोने वाले लोगों को रात में कुछ ना कुछ खाने की क्रेविंग जरूर होती है.जो लोग पूरी नींद लेते हैं उन्हे ऐसी कोई समस्या नहीं होती और वे स्वस्थ रहते हैं. बता दें, कुछ रिपोर्टस तो ऐसा भी दावा करती हैं कि अगर आपकी बस एक घंटे की नींद प्रभावित हुई हो, तो भी आप अगले दिन 200 कैलोरी ज्यादा खाते हैं.
वैसा चिंता करने की बात नहीं है. स्टडी में इस समस्या का भी समाधान बताया गया है. अगर आप वीकेंड पर ज्यादा सोने के बजाय रोज छोटी नैप लेंगे तो आप ज्यादा बेहतर महसूस करेंगे और आपकी काम करने की क्षमता भी बढ़ जाएगी.